India vs Australia ICC World Cup 2023 Final: भारत और ऑस्ट्रेलिया 20 साल के बाद फिर से वर्ल्ड कप के फाइनल में भिड़ने जा रहे हैं. 2003 के वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को एकतरफा अंदाज में हराया था. तब जो रुतबा ऑस्ट्रेलिया और भारत का था, इस बार के फाइनल में उसका बिल्कुल उलट हाल है।
पूरे 12 साल, 7 महीने और 17 दिन के बाद वो पल आ गया है, जब इतिहास फिर से खुद को दोहराने की दहलीज पर है. मुंबई के वानखेडे स्टेडियम से करीब 550 किलोमीटर दूर अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक बार फिर नीली जर्सी पहने 11 धुरंधर अपनी कहानी लिखने उतरेंगे. उनके साथ एक बार फिर करोड़ों हिंदुस्तानी भी अपने-अपने तरीके से इस कहानी का हिस्सा बनने के लिए तैयार रहेंगे. जिस दिन का इंतजार पिछले साढ़े 12 साल से हो रहा था, वो खत्म हो चुका है. अब बस 2 अप्रैल 2011 के उस दिन को दोहराने का इंतजार है. मोदी स्टेडियम में एक लाख से ज्यादा दर्शकों के सामने रोहित शर्मा और उनकी टीम इंडिया 140 करोड़ भारतीयों का सपना पूरा करने उतरेगी.
करीब साढ़े तीन महीने पहले जब टीम इंडिया को वेस्टइंडीज जैसी टीम के खिलाफ संघर्ष करते हुए देखना पड़ रहा था और उस पर विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे दिग्गज बेंच पर रेस्ट कर रहे थे, तो किसी ने भी 19 नवंबर को टीम इंडिया के वर्ल्ड कप खिताब के इतने करीब होने की उम्मीद नहीं थी. पिछले 39 दिनों और 10 मैचों के अंदर रोहित शर्मा-राहुल द्रविड़ की जोड़ी और उनके नेतृत्व में बाकी 14 खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि हर किसी का शक और डर बेवजह था.
सबसे बड़े स्टेडियम में सबसे सफल टीम से टक्कर
2 अप्रैल 2011 को एमएस धोनी की कप्तानी में जब टीम इंडिया ने वानखेडे स्टेडियम में वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाई थी, तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि टीम इंडिया को अगले फाइनल के लिए लंबा इंतजार करना होगा. लगातार 2 बार सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद आखिर टीम फाइनल में पहुंच गई है. अब बस आखिरी जोर लगाने की जरूरत है. रविवार 19 नवंबर को टीम इंडिया अपना तीसरा वर्ल्ड कप खिताब जीतने के इरादे से दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में उतरेगी, जहां उसके सामने दुनिया की सबसे सफल क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया होगी.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 20 साल बाद वर्ल्ड कप का फाइनल खेला जा रहा है. 2003 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बुरी तरह हराकर खिताब जीता था. अब स्थिति एकदम उलट है. टीम इंडिया उस दौर की ऑस्ट्रेलिया जैसी ही ताकतवर है, जबकि पैट कमिंस की ऑस्ट्रेलियाई टीम तब की भारत की तरह चैलेंजर के रूप में उतर रही है. खिताब के लंबे इंतजार से टीम इंडिया के अलावा उसके फैंस भी बेकरार हैं और ऐसे में मोदी स्टेडियम में फैंस का नीला समंदर अपने जोश और शोर से टीम इंडिया की ताकत बढ़ाने के लिए तैयार है.
फॉर्म और इरादों में टीम इंडिया मजबूत
दोनों टीमें ठीक 38 दिन पहले चेन्नई में टकराई थीं. वो दोनों के वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत थी और छोटे स्कोर के बावजूद उस मैच में कड़ी टक्कर दिखी थी. टीम इंडिया ने 6 विकेट से वो मैच जीता था लेकिन उसे भी शुरुआत में कुछ परेशानी हुई थी, जिसे उसने सेमीफाइनल समेत अगले 9 मैचों में दोबारा अपने करीब नहीं आने दिया. वहीं ऑस्ट्रेलिया ने उस हार में भी कुछ फाइट दिखाई थी और फिर लगातार 2 हार से उबरते हुए अपने चिर-परिचित अंदाज में लगातार 8 जीत के साथ रिकॉर्ड आठवें फाइनल में जगह बनाई.
दोनों टीमें ठीक 38 दिन पहले चेन्नई में टकराई थीं. वो दोनों के वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत थी और छोटे स्कोर के बावजूद उस मैच में कड़ी टक्कर दिखी थी. टीम इंडिया ने 6 विकेट से वो मैच जीता था लेकिन उसे भी शुरुआत में कुछ परेशानी हुई थी, जिसे उसने सेमीफाइनल समेत अगले 9 मैचों में दोबारा अपने करीब नहीं आने दिया. वहीं ऑस्ट्रेलिया ने उस हार में भी कुछ फाइट दिखाई थी और फिर लगातार 2 हार से उबरते हुए अपने चिर-परिचित अंदाज में लगातार 8 जीत के साथ रिकॉर्ड आठवें फाइनल में जगह बनाई.
प्लेइंग इलेवन के ओवरऑल बैलेंस में टीम इंडिया की तुलना में ऑस्ट्रेलिया थोड़ा बेहतर दिखती है, जिसके पास हर तरह के बल्लेबाज हैं, जबकि 4 प्रमुख गेंदबाजों के अलावा ऑलराउंडर के रूप में कम से कम 2 गेंदबाज और हैं. वहीं टीम इंडिया 5 प्रमुख गेंदबाजों के साथ उतर रही है क्योंकि हार्दिक पंड्या चोट के कारण बाहर हो गए थे. हालांकि, हार्दिक की चोट ने टीम इंडिया को ज्यादा खतरनाक ही बनाया क्योंकि मोहम्मद शमी की एंट्री ने टीम की गेंदबाजी को धार दी. इसलिए बैलेंस में थोड़ा पीछे होने के बावजूद टीम इंडिया फॉर्म के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया पर भारी है.
टीम इंडिया की सफलता का सबसे बड़ा कारण कप्तान रोहित शर्मा की एग्रेसिव कप्तानी तो है ही, साथ ही उनकी बेखौफ बैटिंग भी है, जिसने ज्यादातर मैचों में विरोधियों को पावरप्ले में ही चित कर दिया है. इसके बाद तो विराट कोहली की रिकॉर्डतोड़ बैटिंग ने बाकी का काम किया है, जबकि श्रेयस अय्यर – र-केएल राहुल ने भी पूरा साथ दिया है. वहीं जसप्रीत बुमराह ने रोहित की तरह पावरप्ले में रनों पर लगाम कसी है जबकि शमी ने हर स्थिति में विकेट लेकर टीमों को ध्वस्त किया है. उनके नाम 23 विकेट हैं.. रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव की स्पिन ने बीच ओवरों में लगाम लगाई है.
कैसी होगी अहमदाबाद की पिच ?
अहमदाबाद की पिच पर टीम इंडिया पहले ही पाकिस्तान को 7 विकेट से हरा चुकी है और इसी पिच पर ये फाइनल खेला जाना है. हालांकि, इसे पहले से ज्यादा धीमा माना जा रहा है और ऐसे में भारत की इन फॉर्म बैटिंग- बॉलिंग का पलड़ा भारी दिखता है. फिर भी ऑस्ट्रेलिया हर तरह की परिस्थितियों से मैच जीतते हुए यहां तक पहुंची है जो उसकी मशहूर फाइटिंग स्पिरिट को दिखाने के लिए काफी है. ये खिताबी मुकाबला है और इसलिए 5 बार की चैंपियन टीम को हल्के में लेना, हार को न्योता देना है, जो रोहित शर्मा जैसे शातिर कप्तान तो बिल्कुल नहीं करने वाले.
अहमदाबाद की पिच पर टीम इंडिया पहले ही पाकिस्तान को 7 विकेट से हरा चुकी है और इसी पिच पर ये फाइनल खेला जाना है. हालांकि, इसे पहले से ज्यादा धीमा माना जा रहा है और ऐसे में भारत की इन फॉर्म बैटिंग-बॉलिंग का पलड़ा भारी दिखता है. फिर भी ऑस्ट्रेलिया हर तरह की परिस्थितियों से मैच जीतते हुए यहां तक पहुंची है जो उसकी मशहूर फाइटिंग स्पिरिट को दिखाने के लिए काफी है. ये खिताबी मुकाबला है और इसलिए 5 बार की चैंपियन टीम को हल्के में लेना, हार को न्योता देना है, जो रोहित शर्मा जैसे शातिर कप्तान तो बिल्कुल नहीं कर वाले.