पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर जमकर हमला बोला है। इमरान की गिरफ्तारी के बाद विरोध प्रदर्शनों में हिंसा और बर्बरता होने की बात पर टिप्पणी करते हुए बिलावल (Bilaval Bhutto) ने कहा कि उनकी पार्टी को “राजनीतिक आतंकवादी” करार दिया जाना चाहिए।
आतंकियों से नहीं हो सकती बातचीत
पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार, बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के साथ बातचीत नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा बातचीत का समर्थन किया है, लेकिन आतंकियों से बातचीत नहीं हो सकती। पाक विदेश मंत्री ने कहा कि हम केवल उन लोगों के साथ बातचीत कर सकते हैं जो आतंकवाद की निंदा करते हैं और खुद को इन राजनीतिक आतंकवादियों से अलग करते हैं।
इमरान को मिली जमानत की निंदा
बिलावल ने इसी के साथ पीटीआई प्रमुख इमरान खान को दी गई जमानत की निंदा की। उन्होंने कहा, “जब हम लोकतंत्र बहाल करते हैं, तो न्यायपालिका जरूरत से ज्यादा राजनीतिक हो जाती है। और जब तानाशाही होती है, तो वे चुप रहते हैं। और अब एक बार फिर हमारी न्यायपालिका जरूरत से ज्यादा राजनीतिक होती जा रही है।”
रक्षा मंत्री ने पीटीआई पर बैन की कही थी बात
बिलावल ने इमरान की पार्टी के नेताओं और हिंसा करने वालों को आतंकी करार दिया है। इससे पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा था कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
आंतरिक मंत्री ने इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि आतंकी समूहों के खिलाफ कड़ा रुख रखना महत्वपूर्ण है। पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।
हिंसा के लिए PTI जिम्मेदार
सनाउल्लाह ने आगे कहा था कि पीटीआई प्रमुख का एकमात्र उद्देश्य देश में अराजकता फैलाना है। उन्होंने देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और सैन्य प्रतिष्ठानों पर धावा बोलने के लिए खान के नेतृत्व वाली पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया।