पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी (snowfall in India) और मैदानी इलाकों में बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तरी गुजरात सहित पहाड़ी राज्यों में बारिश हुई, जो अभी लोगों को और परेशान करेगी। बारिश की वजह से तापमान और गिरने का अनुमान है। उधर, पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कई जगह यातायात ठप हो गया है। उत्तराखंड में कई गांवों का संपर्क कट गया है। केदारनाथ में 3 फीट बर्फ जम गई।
पश्चिमी विक्षोभ से बदला मौसम
एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में सक्रिय है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इससे हवाओं का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी हो गया है। ऐसे में वातावरण में नमी आने से बुधवार को हुई बारिश ने मौसम का मिजाज ही बदल दिया है। दिन के समय भी लोगों को खासी ठिठुरन का एहसास हुआ है। बारिश का ही असर रहा कि दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में मंगलवार को अधिकतम तापमान जहां सामान्य से चार डिग्री अधिक था, वहीं बुधवार को यह गिरकर सामान्य से चार डिग्री कम 15. 7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
दो फीट तक हिमपात
मौसम विभाग (IMD) का अनुमान है कि गुरुवार को भी कई राज्यों में बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश होने के भी आसार हैं। उत्तराखंड में पहाड़ों में भारी हिमपात और मैदानी इलाकों में बारिश का दौर बुधवार को जारी रहा। मसूरी के आसपास की चोटियों पर सीजन का पहला हिमपात हुआ है। बारिश के चलते पारे में आठ डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। कश्मीर के गुरेज, गुलमर्ग, जोजिला समेत विभिन्न उच्च पर्वतीय इलाकों में बुधवार शाम तक 6 इंच से 2 फीट तक हिमपात हो चुका था।
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में कई सड़कें बंंद
श्रीनगर समेत वादी के निचले इलाके भी बर्फ की सफेद चादर से ढक गए थे। कश्मीर में कई लिंक मार्ग बर्फबारी की वजह से बंद हो गए। हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रे व पांगी में चार फीट से अधिक हिमपात हो गया। मनाली के पलचान में पर्यटन वाहन हिमपात में फंस गए थे, जिन्हें पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से निकाला। हिमपात के कारण कई क्षेत्रों में बिजली-पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है, जबकि सूबे की 317 सड़कें बंद हो गईं।
और बढ़ेगी ठिठुरन
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि इस बारिश की वजह जम्मू-कश्मीर की ओर एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना और राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनना है। इसी के असर से दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, पंजाब हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तरी गुजरात में भी बारिश हो रही है। गुरुवार शाम एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके असर से आगामी शुक्रवार और शनिवार को भी अच्छी बारिश होने का अनुमान है। इस बारिश से अभी दिन के समय ठिठुरन बढ़ेगी और नौ जनवरी के बाद तापमान में भी तेजी से कमी आएगी।
मौसम ने रोकी वैष्णो देवी यात्रा
मौसम ने श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा पर भी असर डाला है। बैटरी कार मार्ग पर हेलीपैड क्षेत्र में भूस्खलन होने के बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए शाम सात बजे कटड़ा से यात्रा रोक दी गई। गुरुवार सुबह मौसम को देखने के बाद ही यात्रा शुरू करने का फैसला लिया जाएगा। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने तथा श्रीनगर हवाई अड्डे से 38 उड़ानें स्थगित रहने से कश्मीर का देश से हवाई व सड़क संपर्क कट गया। दिनभर में केवल चार उड़ानें ही संभव हो पाई। वहीं, जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर जगह-जगह वाहन रोके जाने से लंबी कतारें लग गई हैं। हाईवे पर ही रामबन के पास कार पर बड़ा पत्थर गिरने से एक चालक की मौत और एक अन्य घायल हो गया।
तीन दिनों तक ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग की मानें तो 06 जनवरी की रात से एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है। इससे 07 से 09 जनवरी के दौरान उत्तर-पश्चिम और आसपास के मध्य भारत के मैदानी इलाकों में व्यापक बारिश के आसार हैं। यही नहीं आठ जनवरी को पंजाब-हरियाणा और चंडीगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। आठ से नौ जनवरी के दौरान मध्य प्रदेश और विदर्भ में में ओलावृष्टि के साथ अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।