बंगाल में BJP की बढ़ती ताकत से पहले से ही परेशान सत्ताधारी TMC प्रमुख ममता बनर्जी के लिए हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नयी मुसीबत बन सकता है। JMM ने रैली कर अपने इरादे साफ कर दिये हैं कि वह विधानसभा चुनाव में झारखंड से सटी आदिवासी बहुल सीटों पर पूरे दमखम से ताल ठोकने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि JMM और TMC की विचारधारा एक है। हमारा मकसद सांप्रदायिक BJP को रोकना है। मतलब उन्होंने अभी रास्ते खुले रखे हैं। अगर चुनाव पूर्व कोई गठबंधन आकार लेता है और झामुमो को उसमें उचित हिस्सेदारी मिलती है, तो उन्हें ममता के साथ मिल कर चुनाव लड़ने में कोई गुरेज नहीं है।
40 सीटों पर पड़ सकता है असर- बता दें कि पश्चिम बंगाल में करीब 40 सीटों पर आदिवासी वोटरों का असर है। माना जा रहा है कि अगर हेमंत सोरेन की पार्टी JMM चुनाव लड़ती है, तो TMC को इसका नुकसान हो सकता है। हालांकि JMM ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि वे कितने सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।