बिहार और उतर प्रदेश में आसमानी बिजली कहर बन कर टूटी। 97 लोगों की जिंदगी बिहार में और 24 की उतर प्रदेश में जान लील गई। लगभग दो दर्जन जिलों में भारी बारिश के साथ ठनका गिरने से 50 से अधिक लोग झुलस भी गए। इनमें कई की हालत गंभीर है। सबसे अधिक लोगों की जान गोपालगंज जिले में गई। यहां ठनका गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं।
उत्तर बिहार में 22 लोगों की मौत हुई है। 20 से अधिक लोग झुलस गए, जिनका विभिन्न जगहों पर इलाज चल रहा है। मधुबनी में आठ, मोतिहारी में छह और दरभंगा में चार लोगों की मौत हो गई। शिवहर, बेतिया और समस्तीपुर में दो-दो तथा सीतामढ़ी में एक मौत हुई।
कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के जिलों में भी ठनका से 24 लोगों की जान चली गई जबकि एक दर्जन से अधिक लोग झुलस गए। भागलपुर में सात लोगों की मौत हुई है। पूर्णिया में नौ, बांका में पांच, खगड़िया और जमुई में तीन-तीन लोगों की जान गई। सुपौल में दो तथा सहरसा, मधेपुरा, किशनगंज व अररिया में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। वहीं, नवादा व सीवान में आठ-आठ और औरंगाबाद में सात की मौत हुई। जहानाबाद के मखदुमपुर और सारण के बनियापुर में एक छात्रा की मौत हो गई। बक्सर में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने वज्रपात से गुरुवार को राज्य में 97 लोगों की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। पदाधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिया है कि मृतकों के आश्रितों को आज ही उनके घर जाकर चार-चार लाख का चेक अनुग्रह अनुदान के रूप में दें।
वज्रपात से लोगों की मौत से आहत हूं। आपदा की इस घड़ी में मैं प्रभावित परिवारों के साथ हूं। सभी लोगों से अपील है कि खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। घरों में रहें और आपदा एडवाइजरी का पालन करें।
मॉनसून आने के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं की भी शुरुआत हो गई है। गुरुवार को इसकी सबसे बड़ी मार यूपी और बिहार जैसे राज्यों पर पड़ी है। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आकाशीय बिजली (lightning strike) गिरने से 24 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा देवरिया में नौ लोगों की मौत हुई है।
आकाशीय बिजली गिरने से मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक जताया है। PM मोदी ने ट्वीट किया, ‘बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला है। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।’