उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जारी हैं। वहीं, संभावित कैंडिडेट्स भी जोर-आजमाइश करने में लगे हैं। बड़ा सवाल यह है कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव कब होंगे? माना जाता है कि अगले साल फरवरी से लेकर मई महीने तक के बीच में राज्य में पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक योगी सरकार अगले साल कभी भी पंचायत चुनाव करा सकती है। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को फरवरी से लेकर मई तक के महीने में संपन्न कराया जा सकता है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो सूबे में पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां भी जारी हैं। प्रधानों के कार्यकाल खत्म होने पर पंचायतीराज अधिनियम के तहत SDO स्तर के अधिकारी प्रशासक नियुक्त कर दिए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान समेत सभी पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग ने वोटरलिस्ट के पुनरीक्षण का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया है। इसके अनुसार दिसंबर तक वोटर लिस्ट जारी करने की संभावना जताई जा रही है। पिछले चुनाव को देखें तो 2015 में 9 अक्टूबर से 9 दिसंबर के बीच चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई थी। इसको देखते हुए अगले साल मई तक चुनाव की संभावना है।