Navratri 2021: मां दुर्गा के विभिन्न रुपों की Navratri में आराधना की जाती है। शक्ति का प्रतीक मां दुर्गा का ध्यान करने वाले भक्तों को मां समृद्धि के साथ ही नई ऊर्जा भी प्रदान करती हैं। मां दुर्गा को माता पार्वती का रुप माना जाता है। Navratri के दौरान विधि-विधान से मां दुर्गा की उपासना की जानी चाहिए। माता नियमों का कठोरता से पालन करने वालों से जल्दी प्रसन्न होती हैं और उन्हें सुख, समृद्धि और सफलता प्रदान करती हैं। इस साल Navratri की शुरुआत 07 अक्टूबर से होने जा रही है, वहीं इसका समापन 15 अक्टूबर को किया जाएगा। इस दौरान देशभर में भक्त Navratri का उत्सव धूमधाम से मनाएंगे।
ये हैं मां दुर्गा के 108 नाम
- सती
 - भवानी
 - भवप्रीता
 - साध्वी
 - दुर्गा
 - आर्या
 - आद्या
 - भवमोचिनी
 - जया
 - त्रिनेत्रा
 - पिनाकधारिणी
 - शूलधारिणी
 - महातपा
 - चंद्रघंटा
 - चित्रा
 - बुद्धि
 - मन
 - चित्तरुपा
 - अहंकारा
 - चिति
 - चिता
 - सत्ता
 - सर्वमंत्रमयी
 - सत्यानंदस्वरुपिणी
 - भाविनी
 - अनंता
 - अभव्या
 - भव्या
 - शाम्भवी
 - सदागति
 - देवमाता
 - रत्नप्रिया
 - चिंता
34.सर्वविद्या - दक्षकन्या
 - दक्षयज्ञविनाशिनी
 - पाटला
 - अनेकवर्णा
 - अपर्णा
 - पाटलावती
 - कलमंजरीरंजिनी
42 क्रूरा - पट्टाम्बरपरिधाना
 - अमेयविक्रमा
 - सुंदरी
 - सुरसुंदरी
 - मातंगी
 - वनदुर्गा
 - मतंगमुनीपूजिता
 - ब्राह्मी
 - ऐंद्री
 - माहेश्वरी
 - वैष्णवी
 - कौमारी
 - चामुंडा
 - लक्ष्मी
 - वाराही
 - पुरुषाकृति
 - उत्कर्षिनी
 - विमला
 - क्रिया
 - ज्ञाना
 - बुद्धिदा
 - नित्या
 - बहुलप्रिया
 - बहुला
 - निशुंभशुंभहननी
 - सर्ववाहनवाहना
 - महिषासुरमर्दिनी
 - चंडमुंडविनाशिनी
 - मधुकैटभहंत्री
 - सर्वसुरविनाशा
 - सर्वशास्त्रमयी
 - सर्वदानवघातिनी
 - सर्वास्त्रधारिणी
 - सत्या
 - अनेकशस्त्रहस्ता
 - एककन्या
 - कुमारी
 - कैशोरी
 - युवती
 - अप्रौढ़ा
 - यति
 - वृद्धमाता
 - महाबला
 - घोररुपा
 - मुक्तकेशी
 - महोदरी
 - बलप्रदा
 - अग्निज्वाला
 - नारायणी
 - तपस्विनी
 - कालरात्रि
 - रौद्रमुखी
 - भद्रकाली
 - विष्णुमाया
 - शिवदुती
 - जलोदरी
 - कराली
 - परमेश्वरी
 - अनंता
 - कात्यायनी
 - सावित्री
 - प्रत्यक्षा
105 ब्रह्मवादिनी - शैलपुत्री
 - महागौरी
 - कूष्माण्डा
 
नवरात्रि पर जरूर करें ये काम
-नवरात्रि में हर दिन मां दुर्गा के दर्शन करने चाहिए। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
-नवरात्रि पर अगर आप 9 दिन के लिए व्रत न रख सकें तो Navratri के पहले और अंतिम दिन जरूर व्रत रखें और मां की पूजा-अर्चना करें।
-इन 9 दिनों में घर की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
-नवरात्रि पर कन्या भोजन जरूर कराना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इससे घर में अन्न की कमी नहीं होती।
नवरात्रि के 9 दिन ध्यान रखें ये बातें
-धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए। साथ ही लहसुन, प्याज और मदिरा के सेवन से भी दूरी बनाकर रखें।
-नवरात्रि पर पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करनी चाहिए।
-घर आए अतिथि और भिक्षा के लिए आए व्यक्ति को आदर के साथ भोजन कराना चाहिए। इससे मां भगवती प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर कृपा करती हैं।

