केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने बिहार में हिंदू त्योहारों की छुट्टियां रद्द करने को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे बिहार के स्कूलों में ‘हिंदू त्योहारों’ की छुट्टियों में कटौती कर राज्य की नीतीश कुमार सरकार शरिया लागू कर इस्लामिक स्टेट स्थापित करना चाहती है.
“मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियां रद्द करके दिखाएं नीतीश”
भाजपा के बेगूसराय से सांसद ने यह टिप्पणी अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन के दौरान की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का पुतला जलाया. गिरिराज सिंह ने कहा, ‘यह बच्चों को सनातन संस्कृति से अलग करने की कोशिश है ताकि वे हरितालिका तीज, जन्माष्टमी और नवरात्रि जैसे त्योहारों के प्रति अनजान बने रहे.’ उन्होंने कहा, ‘मैं बिहार सरकार को चुनौती देता हूं कि वह मुस्लिम त्योहारों पर होने वाली छुट्टियों में कटौती करके दिखाएं वह हिंदुओं की भावनाओं से खेलने का हौसला करती है क्योंकि यह समुदाय जातियों में बंटा है.’
“मोदी सरकार ने हिंदू विरोधी मानसिकता दिखाई”
भाजपा की पूर्व सहयोगी रही नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने भी पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान संसद का सत्र बुलाकर ‘हिंदू विरोधी मानसिकता’का प्रदर्शन किया है. गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया, ‘‘हम नीतीश कुमार के मंसूबे को नाकाम करने के लिए हिंदुओं को एकजुट करेंगे जिन्होंने बिहार को पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) का गढ़ बना दिया है और उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव जब सत्ता में थे तब उन्होंने सिमी (स्टुडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ़ इंडिया) को फलने-फूलने दिया.’’
“सरकार इस्लामिक स्टेट बनाने की कोशिश कर रही”
भाजपा ने कहा, ‘‘राज्य सरकार को हिंदू त्योहारों की छुट्टियों को रद्द करने का आदेश वापस लेना चाहिए. अगर वह ऐसा नहीं करती तो हम मानेंगे की बिहार को शरिया कानून के तहत इस्लामिक स्टेट में तब्दील करने की कोशिश की जा रही है.’’
जेडीयू ने किया पलटवार
इस बीच, जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार की हिंदू विरोधी मानसिकता है जो गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान संसद का सत्र बुलाने से साबित होती है. उन्हें बताना चाहिए कि श्रावण महीने की किस तारीख को मंत्रिमंडल ने सत्र को मंजूरी दी.’’ विधान पार्षद और राज्य के पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा, ‘‘हमें संदेह है कि औचारिकताएं कभी पूरी नहीं की गई. इसका सबूत केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री द्वारा सत्र की जानकारी X (ट्विटर) पर पोस्ट के जरिए दी.’’