Dalit Boy

Rajasthan: राजेंद्र गुढ़ा बोले, दलित बालक को न्याय नहीं मिला तो समर्थन वापस ले लेंगे

Rajasthan: राजस्थान में जालौर जिले के सुराणा गांव में 9 वर्षीय दलित बालक (Dalit Boy) इंद्र की शिक्षक द्वारा की गई पिटाई के बाद हुई मौत का मामला गरमाता जा रहा है। बुधवार को अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) में नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) ने कहा कि इस घटना के दोषी को सरेआम फांसी पर लटकाया जाए। गुढ़ा ने कहा कि अगर बच्चे को न्याय नहीं मिला तो बसपा से कांग्रेस में शामिल होने सभी 6 विधायक सरकार से समर्थन वापस ले लेंगे फिर चाहे हमारी विधानसभा से सदस्यता ही क्यों नहीं चली जाए।
गुढ़ा ने कहा, पूरे राजपूत समाज को विलेन बनाना बर्दास्त नहीं करेंगे

जयपुर (Jaipur) में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो, लेकिन इस मामले में राजनीति करते हुए किसी ने पूरे राजपूत समाज पर सवाल उठाया तो वह हम बर्दास्त नहीं करेंगे। गुढ़ा ने कहा कि शिक्षक छैल सिंह पर बच्चे की पिटाई करने का आरोप है, उसे कानून के अनुसार सजा दी जानी चाहिए, फिर चाहे सरेआम फांसी पर लटका दो, लेकिन पूरे राजपूत समाज को विलेन बनाना और गाली देना गलत है। किसी एक आदमी ने अपराध किया तो पूरा समाज कैसे दोषी हो गया। राजपूत समाज को खलनायक की तरह पेश करना गलत है।
गोविंद राम और डोटासरा पर साधा निशाना

दरअसल, आपदा राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने एक दिन पहले कुछ लोगों के बीच इस मामले को लेकर राजपूत समाज के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस पर गुढ़ा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि गोविंद राम अपराधी को किसी जाति से नहीं जोड़ें। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर सवाल उठाते हुए गुढ़ा ने कहा कि नागौर के डांगावास में कुछ साल पहले 5 दलितों की हत्या कर दी गई थी। उस समय डोटासरा कहां थे।
प्रशासन ने अनुसूचित जाति आयोग को रिपोर्ट भेजी

जालौर जिला पुलिस और प्रशासन ने बच्चे की मौत के मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में कहा गया कि आरोपित छैल सिंह को 14 अगस्त गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित परिवार की काउंसलिंग करवाई जा रही है। आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने बताया कि उन्होंने प्रशासन को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। इस पर दो पेज की रिपोर्ट मिली है।रिपोर्ट में बताया गया कि शिक्षक ने बच्चे के साथ मारपीट की, जिसके चलते उपचार के दौरान 23 दिन बाद 13 अगस्त को उसकी मौत हो गई। मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख की मदद पीड़ित परिवार को दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया कि पीड़ित के स्वजनों ने छैल सिंह की मटकी में से पानी पीने पर बच्चे की पिटाई का आरोप लगाया गया है। 20 जुलाई को पिटाई के बाद कान में दर्द होने पर बच्चे को भीनमाल के दो अलग-अलग अस्पतालों में लेकर गए थे। वहां बच्चे को फायदा नहीं मिला तो फिर अहमदाबाद के निजी अस्पताल में उसे भर्ती करवाया गया था।
दलित नेता पीड़ित के घर पहुंचे

भीम सेना के अध्यक्ष सतपाल तंवर और राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और मृतक बच्चे के स्वजनों को सांत्वना दी। पीड़ित परिवार से मिलने के लिए विमान से जोधपुर पहुंचे भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को सुरक्षाकर्मियों ने हवाई अड्डे पर ही हिरासत में ले लिया। चंद्रशेखर दिल्ली से विमान से जोधपुर पहुंचे थे और वहां से उन्हें जालौर जाना था। सुराणा गांव में पुलिस की अस्थाई चौकी खोली गई है। गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं।

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