पाकिस्तान में ‘गृह युद्ध’ जैसे हालात, हजारों लोगों के साथ इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे इमरान

पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का लॉन्ग मार्च अभी इस्लामाबाद नहीं पहुंचा है, लेकिन उससे पहले हिंसा की आग भड़क गई है। PTI कार्यकर्ताओं ने जमकर इस्लामाबाद में तोड़फोड़ की और रोड के डिवाइडर पर लगे पेड़ों को आग लगा दी। वहीं, सुरक्षाबलों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जमकर लाठी और आंसू गैस के गोले बरसाए। इमरान खान ने बुधवार को उन खबरों को खारिज कर दिया कि प्रदर्शन मार्च को लेकर सरकार के साथ उनका समझौता हो गया है।

इमरान खान ने कहा कि वह इस्लामाबाद में प्रदर्शन मार्च और धरना के अपने कार्यक्रम पर आगे बढ़ेंगे जब तक कि पाकिस्तान में नये सिरे से चुनाव की घोषणा नहीं हो जाती। इमरान खान (69) ने ट्वीट किया, ‘‘अफवाहें फैलाई गईं और जानबूझकर दुष्प्रचार किया गया कि एक समझौता हुआ है। बिल्कुल नहीं। हम इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं और किसी समझौते का कोई सवाल ही नहीं है। एसेंबली भंग करने और चुनाव की तारीखों की घोषणा होने तक हम इस्लामाबाद में रहेंगे। मार्च में इस्लामाबाद और रावलपिंडी के सभी लोगों से शामिल होने का आह्वान करता हूं।’’

राजधानी की ओर जाने वाले रास्ते हुए बंद
इससे पहले ‘दुनिया’ न्यूज चैनल ने एक खबर में बताया था कि सेना के हस्तक्षेप के बाद पाकिस्तान सरकार ने इमरान खान की पार्टी के ‘आजादी मार्च’ को इस्लामाबाद में आयोजित करने की अनुमति दे दी है। वहीं, पुलिस और खान की पार्टी के समर्थकों के बीच झड़पों के मद्देनजर सरकार ने राजधानी की तरफ जाने वाली कई मुख्य सड़कों को जगह-जगह कंटेनर और ट्रक लगाकर अवरूद्ध कर दिया।

मरियम नवाज ने इमरान के मार्च को बताया फ्लॉप
सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने भी खान की पार्टी के साथ किसी भी समझौते के बारे में खबर को खारिज कर दिया। उन्होंने एक पत्रकार के ट्वीट का जवाब दिया कि पीटीआई नेताओं ने इस्लामाबाद में रैली करने की अनुमति देने पर अपना विरोध मार्च वापस लेने की पेशकश की है। मरियम नवाज ने ट्वीट किया, ‘‘सही तथ्य ये है- मार्च को विफल होते देख वे दो दिनों से बच निकलने की तलाश में थे। आज, जब लॉन्ग मार्च बुरी तरह से विफल हो गया, तो उन्होंने धरना देने के बजाय एक रैली का प्रस्ताव रखा।’’

क्या सरकार और PTI में हुई बातचीत
इससे पहले, ‘दुनिया’ न्यूज चैनल की खबर के मुताबिक हालात पर पैनी नजर रख रही सेना ने दोनों पक्षों से अपने मतभेद सुलझाने को कहा। सरकार की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी, पूर्व स्पीकर अयाज सादिक और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के नेता व मंत्री मौलाना असद महमूद ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेताओं के साथ बातचीत की। पीटीआई के नेताओं में पूर्व मंत्री शाह महमूद कुरैशी, असद उमर और परवेज खट्टक शामिल थे।

चैनल ने अपने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि पूर्वाह्न 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक बातचीत में इस बात पर सहमति बनी कि पीटीआई को इस्लामाबाद में रैली करने की अनुमति दी जाएगी और उसके समर्थक शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद वापस लौट आएंगे। देश के 75 साल के इतिहास में आधे समय से ज्यादा तक सेना सत्ता में रही है और सुरक्षा तथा विदेश नीति के मामलों में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

चोर और नौकर इस्लामाबाद में कर रहे शासन
खान अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ ट्रक पर सवार होकर मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। खैबर-पख्तूनख्वा में एम-2 मोटरवे पर स्वाबी चौराहे पर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि ‘‘चोर और अमेरिका के नौकर इस्लामाबाद में शासन कर रहे हैं।’’ उन्होंने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया और कहा कि मार्च इस्लामाबाद के डी-चौक पर रैली आयोजित करने की योजना के अनुसार आगे बढ़ेगा।

जिस जगह रैली आयोजित की जाएगी वहां पास में कई महत्वपूर्ण सरकारी भवन स्थित हैं। इनमें राष्ट्रपति कार्यालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद और उच्चतम न्यायालय शामिल हैं। बुधवार को विभिन्न शहरों में कार्रवाई शुरू की गई और पुलिस ने ‘‘आजादी मार्च’’ में शामिल होने से रोकने के लिए पीटीआई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और उसके कुछ नेताओं को गिरफ्तार किया। सरकार ने लाहौर, रावलपिंडी, इस्लामाबाद और कराची समेत अन्य प्रमुख शहरों में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए धारा 144 लागू की।

इंटरनेट किया गया बंद
लॉन्ग मार्च के कारण हुई हिंसा से कई शहरों में इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है, ताकि अफवाहों को बढ़ने से रोका जा सके। पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने उन खबरों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि पूरे देश में इंटरनेट बंद है। 11 शहरों में इंटरनेट पूरी तरह बाधित हुआ है। अटोक और गुजरात में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1