पंजाब में स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की सात नगर निगम को अपने खाते में कर लिया, BJP का सूपड़ा साफ कर दिया। मोहाली नगर निगम के नतीजे गुरुवार को जारी किए जाएंगे, क्योंकि वहां पर दो बूथों पर आज दोबारा से चुनाव करवाए जा रहे हैं। आज जो नतीजे सामने आए हैं, इसे BJP के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। पंजाब के किसान पिछले कई महीनों से दिल्ली की सीमा पर केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या किसान आंदोलन का असर इन निकाय चुनाव पर देखने को मिला है?
कांग्रेस पार्टी ने मोगा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, पठानकोट, बटाला और बठिंडा नगर निगम जीत ली है। बठिंडा नगर निगम कांग्रेस ने 53 साल बाद जीती है। वहीं, पंजाब की 109 नगर निकाय-नगर पंचायत के लिए हुए मतदान की मतगणना जारी है।
दिल्ली के गाजीपुर, सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर पंजाब के किसान हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों के किसानों के साथ विरोध प्रदर्शन पर बैठे हैं। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के अब तीन महीने होने को हैं। ऐसे में किसानों के प्रमुख प्रदर्शन स्थलों- सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भीड़ अब कम होती दिखाई दे रही है, लेकिन किसान नेता अपने आंदोलन को पहले से ज्यादा मजबूत बता रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि केवल दिल्ली की सीमाओं पर ही नहीं, बल्कि पूरे देश में आंदोलन को फैलाने के लिए यहां से भीड़ कम की जा रही है। ताकि ये लोग अपने-अपने क्षेत्र में जाकर आंदोलन को मजबूत कर सकें।
इस विरोध प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर रही है। कांग्रेस पार्टी ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने किसान पंचायत में भी हिस्सा लिया था. बिजनौर में हुई किसान पंचायत में प्रियंका गांधी ने कहा था कि ‘ ‘आपका साथ नहीं छोड़ूंगी, मेरी जान, मेरा धर्म आप हैं’।
पंजाब स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजों को देखते हुए लग रहा है कि किसान आंदोलन को लेकर पंजाब में BJP के खिलाफ माहौल को कांग्रेस अपने पक्ष में लाने में कामयाब होती दिखी है।