अयोध्या फैसले के बाद हिंदू-मुस्लिम धर्मगुरुओं से मिले NSA डोभाल

अयोध्या मसले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश में शांति और सौहार्द की स्थिती कायम रहे इस बात की जिम्मेदीरी केंद्र सरकार की है। इसी सिलसिले में लगातार दूसरे दिन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के आवास पर कई धर्मगुरुओं के नेताओं की बैठक हुई। जहां इस बैठक में हिन्दू पक्ष की ओर से बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, अवधेशानंद गिरी समेत अन्य कई धर्म गुरू मौजूद थे। तो वहीं मुस्लिम पक्ष की ओर से जमीयत-ए-उलेमा हिंद के चीफ महमूद मदनी, शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने बैठक में हिस्सा लिया। इनके अलावा अन्य कई दूसरे धर्मों के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में देश में शांति बनी रहे और किसी भी तरह की कोई अनहोनी ना घटे इस विषय पर खासतौर पर चर्चा की गई। दोनो ही पक्ष के धर्मगुरूओं ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी हालत में देश देश का साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ना नहीं चाहिए इस बात की जिम्मेदारी दोनो पक्ष की है।आपको बता दें कि 9 नवंबर को भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हिन्दू साधु संतों ने एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की थी। उस वक्त भी दोनो ही पक्ष के धर्म गुरूओं ने इस बात को स्वीकार किया था की सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत है और किसी की हार जीत नही बल्की ये फैसला पूरे देश की जीत है और साथ ही ये भी कहा कि ये फैसला देशहित के पक्ष में है सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए।

इस बीच अयोध्या मसले पर आए फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वाले लोगों से पुलिस सख्ती से निपट रही है। यूपी पुलिस की माने तो अयोध्या पर फैसले के बाद सोशल मीडिया पर गड़बड़ी फैलाने के करिब 3 हजार 7सौ मामले सामने आए। इनके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की और इनसे न सिर्फ पोस्ट डिलीट करवाया बल्कि इनके प्रोफाइल भी डिलीट करवाए गए।

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