Sawan Somwar 2023 Puja: 4 जुलाई 2023 से सावन शुरू हो चुका है. इस साल सावन में 8 सोमवार आएंगे. पहला सावन सोमवार (Sawan Somwar) 10 जुलाई 2023 को है. इस दिन बुधादित्य योग का संयोग बन रहा है. सावन को मनोकामना पूर्ति महीना कहा जाता है, क्योंकि त्रिदेव में शिव ही ऐसे देवता है जिनकी सच्चे मन से पूजा की जाए तो वह बेहद जल्द प्रसन्न हो जाते हैं.
सावन सोमवार (Sawan Somwar) के दिन शिव पूजा जल्द फलित होती है. वैसे तो शिव जी एक लौटा जल से ही खुश हो जाते हैं लेकिन सावन सोमवार की पूजा में कुछ विशेष सामग्री का इस्तेमाल किया जाए तो मनचाहा वरदान मिलता है. आइए जानते हैं सावन सोमवार पूजा की सामग्री, मुहूर्त और पूजा विधि.
पहला सावन सोमवार 2023 चौघड़िया मुहूर्त (Sawan 1st Somwar 2023 Muhurat)
अमृत (सर्वोत्तम) – सुबह 05.30 – सुबह 07.14
शुभ (उत्तम) – सुबह 08.58 – सुबह 10.42
प्रदोष काल मुहूर्त – रात 07.22 – रात 08.38
सावन सोमवार पूजा सामग्री (Sawan Somwar Samagri)
सावन सोमवार (Sawan Somwar) में शिव पूजा के लिए कच्चा दूध, गंगाजल, दही, घी, शहद, भांग, धतूरा, शक्कर, केसर, चंदन, बेलपत्र, अक्षत, भस्म, रुद्राक्ष, शमी पत्र, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, फल, कपूर, धूप, दीप, शिव के प्रिय फूल (हरसिंगार, आक, कनेर), इत्र, पंचमेवा, काला तिल, सोमवार व्रत कथा पुस्तक.
सावन सोमवार का दुर्लभ उपाय (Sawan Somwar Upay)
शास्त्रों के अनुसार शिव जी को कई तरह के पुष्य प्रिय है लेकिन मान्यता है कि सावन सोमवार की पूजा में शिवलिंग पर कमल के फूल चढ़ाने से व्यक्ति की सोई किस्मत जाग उठती है. सावन सोमवार को प्रदोष काल में ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय इस मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग शिवलिंग पर कमल का पुष्प चढ़ाएं. ये शिव का धनदायक मंत्र है. मान्यता है इस उपाय से गरीबी 7 जन्मों तक छू भी नहीं सकती.
सावन सोमवार पूजा विधि (Sawan Somwar Puja vidhi)
सावन के पहले सोमवार से सोलह सोमवार व्रत भी शुरु किया जाता है. इस दिन सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें और शिव जी की षोडोपचार विधि से पूजा करें. शाम को प्रदोष काल मुहूर्त में घर या मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करें. शिव जी को बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, गाय का दूध, गंगाजल, भस्म, अक्षत्, फूल, फल, नैवेद्य आदि चढ़ाएं. सावन सोमवार व्रत कथा का पाठ करते हैं. शिव चालीसा, शिव रक्षा स्तोत्र पढ़ते हैं. शिव मंत्रों का जाप करें. आरती करें और जरुरतमंदों को वस्त्र, अनाज, तिल, गुड़, चांदी, रुद्राक्ष आदि का दान करें.