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धनतेरस से लेकर दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज तक जानिए त्योहारों की तारीख और शुभ-मुहूर्त

दिवाली का त्यौहार हिंदू धर्म में बहुत खास है। यह हिंदू धर्मों के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। इस वर्ष दीपावली 14 नवंबर को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, Diwali के दिन ही श्री राम ने लंकापति रावण का वध कर अयोध्या वापस आए थे। इस खुशी में ही Diwali मनाई जाती है। उनकी वापसी पर अयोध्या ने दीप प्रज्ज्वलित किए गए थे और उनका शानदार स्वागत किया गया था। इस दिन देवी लक्ष्मी और कुबेर पूजा की जाती है। तो आइए जानते हैं Diwali सप्ताह की महत्वपूर्ण तिथियां, पूजा का समय, शुभ मुहूर्त और Diwali सप्ताह के बारे में।

धनतेरस से भाई दूज तक के शुभ मुहूर्त-

धनतेरस- धनवंतरी को Diwali से एक दिन पहले मनाया जाता है। यह त्यौहार इस वर्ष 13 नवंबर को मनाया जाएगा। धनतेरस का मुहूर्त शाम 5 बजकर 34 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 1 मिनट तक है। इस दिन प्रदोष काल शाम 5 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 7 मिनट तक है। वृषभ काल मुहूर्त शाम 5 बजकर 34 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 29 मिनट तक है।


छोटी दिवाली- नरक चतुर्दशी यानी छोटी Diwali , मुख्य त्यौहार से एक दिन पहले मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने की चतुर्दशी तिथि पर छोटी Diwali मनाई जाती है। इस दिन को नरक चौदस या रूप चौदस भी कहा जाता है। यह त्यौहार 14 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन अभयदान (दीवाली स्नान अनुष्ठान) का शुभ समय सुबह 5:23 से शुरू होकर 6:43 बजे तक का है।

दिवाली- यह त्यौहार भी इस वर्ष 14 नवंबर को मनाया जाएगा। Diwali के शुभ मुहूर्त की बात करें तो लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त शाम 5 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 25 मिनट तक का है। प्रदोष काल मुहूर्त शाम 5 बजकर 27 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। वृषभ काल मुहूर्त शाम 5 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 25 मिनट तक है।

गोवर्धन पूजा- गोवर्धन पूजा अमावस्या को की जाती है। इस वर्ष गोवर्धन पूजान 15 नवंबर को की जाएगी। इस दिन भगवान कृष्ण ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर भगवान इंद्र को हराया था। हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। Govardhan Puja का सायंकाल मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 18 मिनट से लेकर 15:18:37 से शाम 5 बजकर 27 मिनट तक है।


भाई दूज- भाई दूज या Bhai Dooj को भाई टीका, यम द्वितीया, भ्रातृ द्वितीया आदि भी कहा जाता है। इसे कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व के शुभ मुहूर्त की बात करें तो Bhai Dooj के तिलक का समय दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।

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