दिल्ली स्थित प्रगती मैदान में 28वां विश्व पुस्तक मेला आज से शुरू हो जाएगा। पुस्तक मेला 12 जनवरी तक चलेगा। 2013 से इस मेले के आयोजन का दायित्व मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) को दिया गया है। आईटीपीओ विश्व पुस्तक मेले की सहयोगी संस्था है।
इस बार पुस्तक प्रेमी अपने नए साल की शुरुआत विश्व पुस्तक मेले से करेंगे। हर साल की तरह इस साल भी विश्व पुस्तक मेला दिल्ली के प्रगति मैदान में लगेगा। 9 दिनों का यह पुस्तक मेला सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा।
प्रगति मैदान के गेट नम्बर 1और गेट नम्बर 10 से विश्व पुस्तक मेले में एंट्री रखी गई है। इन्हीं गेटों पर टिकट भी मिलेंगे। वयस्कों का टिकट 30 रूपए का है जबकि बच्चों के लिए प्रवेश टिकट का दाम 20 रूपए रखा गया है।
इस बार विश्व पुस्तक मेले की थीम को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के आधार पर रखा गया है। ‘गांधी- राइटर्स राइटर’ थीम पर आधारित इस बार के मेले में एक विशेष मंडप में आपको गांधी जी से जुड़ी हुई 500 पुस्तकें एक साथ मिल जाएंगी।
ये पुस्तकें करीब 100 अलग-अलग प्रकाशकों की होंगी। इन पुस्तकों पर 30 पैनल डिस्कशन भी आयोजित होंगे। महात्मा गांधी से जुड़ी करीब आधा दर्जन नई पुस्तकें भी विश्व पुस्तक मेले में लोकार्पित की जाएंगी।
इस बार विश्व पुस्तक मेले में कुल 600 प्रकाशक हिस्सा लेंगे जिनके 1300 स्टॉल लगेंगे। इसमें 23 विदेशी प्रकाशक भी होंगे। देश की सभी प्रमुख भाषाओं के प्रकाशक मेले में अपना बुक स्टॉल लगाएंगे।
मेले का उद्घाटन 4 जनवरी को सुबह 9 बजे केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक करेंगे। ये कार्यक्रम हाल नम्बर 7 के सामने होगा ।प्रख्यात गांधीवादी विद्वान गिरिश्वर मिश्र मुख्य अतिथि होंगे।
विश्व पुस्तक मेले में प्रख्यात लेखकों से मिलने, परिचर्चाओं आदि के लिए 3 विशेष हाल को निर्धारित किया गया है। इनमें इंटरनेशनल इवेंट कार्नर हाल संख्या 7A में होगा। हाल संख्या 8 में रिफलेक्शंस और हाल संख्या 12 में लेखक मंच होगा।
पिछले साल पुस्तक मेले में सिर्फ एनबीटी की 90 लाख रूपए की पुस्तक बिक्री हुई थी। नीरा जैन ने बताया कि प्रगति मैदान में आधुनिक तौर तरीकों के साथ बेहतर बिल्डिंगे बन रही है। उम्मीद है कि अगले साल नई बिल्डिंग बन जाएगी तो पुस्तक मेला और भी भव्य हो जाएगा।