सदर अस्पताल में मानवता को शर्मसार करनेवाली घटना सामने आयी है। जहां नवजात बच्चे के शव को सदर अस्पताल के प्रथम तल स्थित लेबर रूम से नीचे फेंका हुआ इस हालत में मिला जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे। नवजात के शव को नीचे जब कुत्ते नोंचकर खाने लगे तब कुछ लोगों की नजर पड़ने के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।
घटना की सूचना मिलने के बाद योगी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विपुल धर दुबे ने सदर अस्पताल पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली। हंगामे के बाद ड्यूटी में मौजूद नर्सों से शव को उठाकर पुन: लेबर रूम में रख दिया।
विपुल ने बताया कि मंगलवार की रात्रि रंका थाना क्षेत्र के कुशवार निवाशी किसुना देवी को प्रसव के लिए सदर अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसने बुधवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे बच्चे को जन्म दी। जिसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके बाद किसी ने नवजात को छत से नीचे फेंक दिया। जब कई कुत्ते शव पर टूट पड़े तब लोगों की निगाह उस ओर गई एवं अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।
इस अमानवीय घटना से अस्पताल प्रबंधन एवं कर्मियों की लापरवाही साफ नजर आ रही है। इस संबंध में सिविल सर्जन डा. एनके रजक एवं उपाधीक्षक डा. रागिनी अग्रवाल से पूछा गया तो दोनों की घटना की जानकारी होने से साफ इंकार कर दिया। अस्पताल प्रबंधन की मनमानी व लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस अमानवीय कृत्य को लेकर सदर अस्पताल में हंगामा हुआ, जिसकी चर्चा अस्पताल परिसर सहित पूरे शहर में दिनभर होती रही उस घटना की जानकारी तक सीएस व डीएस को नहीं है।
उल्लेखनीय है कि इस तरह के अमानवीय घटना सदर अस्पताल में अक्सर होते रहता है। फिर भी सुधार का कोई उपाय नहीं होता है। श्री दुबे ने कहा कि जिला प्रशासन इस मामले की गम्भीरता से जांच करते हुए दोषियों पर उचित कार्यवाही करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो। मौके पर योगी सेना के जिला प्रवक्ता ऋषि पांडेय, जिला प्रभारी दीपक धर दुबे, मुकेश यादव, रोहित दुबे, विशाल सिंह, बिनोद पासवान, विकाश चौबे, अमन पांडेय, राहुल शर्मा, जितेंद्र कुमार आदि लोग उपस्थित थे।