Violence in Karauli

राजस्थान के करौली में कर्फ्यू जारी, इंटरनेट बंद,जानें, क्या है मामला

राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli Violence) में सोमवार को तनावपूर्ण शांति रही। कर्फ्यू (Curfew) लगातार जारी है। इंटरनेट पर रोक मंगलवार तक बढ़ाई गई है। सरकारी दफ्तर और मेडिकल की दुकानों को छोड़कर निजी कार्यालय व दुकानें बंद रहीं। पुलिस के पहरे में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित की गईं। जिला प्रशासन की तरफ से घरों में दूध और राशन सामग्री का वितरण किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि हिंसा फैलाने वालों की पहचान कर ली गई है। अब तक डेढ़ दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। शेष की तलाश जारी है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब शहर में शांति है। लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। शांति समिति और जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर पूरी तरह से शांति स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हिंसा में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों सहित 45 लोग घायल हुए थे।
एक बच्ची और तीन महिलाओं की जान बचाने वाले कांस्टेबल की पदोन्नति

उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को हिंसा के दौरान एक बच्ची और तीन महिलाओं की जान बचाने वाले पुलिस के कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा से मोबाइल पर बात की। सीएम ने कांस्टेबल की प्रशंसा की। सीएम ने शर्मा को कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल के रूप में पदोन्नत करने के भी निर्देश दिए ।
घरों पर पहले से रखे थे पत्थर

पुलिस प्रशासन की जांच में सामने आया कि हिंसा के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने पथराव किया। एक समुदाय विशेष के लोगों के घरों की छतों पर भारी संख्या में पत्थर रखे हुए थे। लाठी और लोहे के सरियों से समुदाय विशेष के लोगों ने हंगामा किया था। हिंसा के चश्मदीदों का कहना है कि रैली के दौरान प्रशासन ने मात्र 30 पुलिसकर्मियों को तैनात किया था, जिसके कारण हालत ज्यादा बिगड़ गए।
पापुलर फ्रंट आफ इंडिया ने भाजपा और संघ पर साधा निशाना

इस बीच, पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के उपाध्यक्ष अमिन व प्रवक्ता ताज मोहम्मद ने सोमवार को जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंसा फैलाकर राजनीतिक लाभ लेना चाहता है। उन्होंने कहा कि नवरात्र स्थापना के दिन कई शहरों में मुस्लिम इलाकों में रैली निकाल कर नारेबाजी की गई। रैली में ऐसे गाने बजाए गए जिनसे उन्माद फैले। उन्होंने हिंसा फैलाने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
जानें, क्या है मामला

करौली में दो अप्रैल को चैत्र नवरात्र के पहले दिन शाम को हिंदूवादी संगठनों द्वारा बाइक रैली निकाली गई थी। यह रैली शहर के विभिन्न इलाकों से होते हुए हटवाड़ा बाजार में पहुंची तो कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए पथराव के बाद शहर में हिंसा फैल गई। एक वर्ग विशेष के लोगों ने 35 से ज्यादा दुकानों और दो घरों को आग के हवाले कर दिया। दो दर्जन से ज्यादा वाहन, थड़ी व ठेलों में भी आग लगा दी गई। पथराव के कारण बाइक रैली निकाल रहे लोगों के चोट आई। इसके बाद दोनों समुदाय आमने-सामने हो गए थे। हालात पर काबू पाने के लिए जयपुर से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजीव नाझरी, महानिरीक्षक भरत मीणा, प्रफुल्ल कुमार, उप महानिरीक्षक राहुल प्रकाश और मृदुल कच्छावा, 50 पुलिस उप अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों के साथ ही 600 पुलिसकर्मी भेजे गए थे। वह सभी अभी वहीं है।

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