इस वक्त देश के लगभग सभी राज्य कोरोना वायरस की चपेट में हैं। बिहार भी इससे अछूता नहीं है। बता दें बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पल्स पोलियो अभियान के तहत डोर-टू-डोर अब तक 2 करोड़ 70 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। बिहार स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक जो कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, उनके लक्षण या ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर टेस्ट किए जाने पर कंफर्म हुआ है। बिहार स्वास्थ्य विभाग की माने तो इस डोर-टू-डोर अभियान के तहत 6 कोरोना टेस्ट सेंटर्स पर अब तक 12 हजार से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है। आपको बता दें डोर-टू-डोर जा कर पूछताछ के आधार पर पूरे बिहार में जो कोरोना संक्रमित मरीज मिले उनमें से ज्यादातर ट्रैवल हिस्ट्री वाले या उनके संपर्क में आए लोगों में ही संक्रमण पाया गया है।
आपको बता दें बिहार अबतक मिले आंकड़ों के अनुसार बिहार में कुल 14 जिलों के 113 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। इन 14 जिलों में 86 कोरोना पॉजिटिव केस बिहार के केवल चार जिले सिवान, नालंदा, मुंगेर और बेगूसराय से सामने आए हैं, जिनमें सिवान से 29 लोग, नालंदा से 28 लोग, मुंगेरसे 20 लोग और बेगूसराय से लोग 9 कोरोना की चपेट में हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने ये भी दावा किया है कि पूरे राज्य में करीब 80 प्रतिशत कोरोना के केस सिर्फ चार लोगों की वजह से बढ़े हैं। वहीं बिहार में सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव मामले की पुष्टी मुंंगेर में हुई थी। मुंगेर का कोरोना पॉजिटिव शख्स बीते दिनों कतर से लौटा था जिसकी वजह से उसके परिवार के सभी 7 लोग कोरोना के शिकार हो गए थे।
आपको बता दें बीते मंगलवार को बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या अचानक से बढ़ गई। मंगलवार को एक साथ कोरोना के 13 नए मरीजों की पुष्टी के बाद यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 126 हो गया है।