कोरोना वायरस ने इस समय लगभग पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है अब तक दुनियांभर में करीब 9000 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। और दुनियांभर में 2 लाख से भी ज्यादा लोग इसकी चपेट में हैं। ऐसे में इसे मात देने के लिए दुनियांभर के डॉक्टर्स और वैज्ञानिक दवा और वौक्सीनेशन की खोज में लगे हैं। ऐसे में खबर है कि अमेरिका ने मलेरिया की दवा को कोरोना वायरस के इलाज के लिए मंजूरी दी है। आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन नामक एक मलेरिया और गठिया की दवा ने कोरोना वायरस के इलाज में काफी बेहतर परिणाम दिखाए हैं। और आगे कहा कि मलेरिया की दवा कोरोना के इलाज में काफी कारगर साबित हुई है।
आंकड़ों की बात करें तो कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया के 150 से भी ज्यादा देश आ चुके हैं। वहीं 2 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। वहीं 9 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। चीन शुरू हुए इस खतरनाक वायरस ने आम से लेकर खास सभी को अपनी चपेट में ले लिया है। खबर है कि अमेरिका में दो कांग्रेसमैन में भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनके बाद उन्हें इलाज के लिए आइसोलेशन में रखा गया है। फ्लोरिडा से रिपब्लिकन के सेनेटेर मारियो डियाज़ का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया इस बात की जानकारी मारियो डियाज़ ने खुद ट्वीट कर दी। इसके अलावा डेमोक्रेट्स सेनेटर बेन मैकएडम्स भी पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने भी ट्वीट कर बताया कि वॉशिंगटन से आने के बाद उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें तेज बुखार हुआ और जब कोरोना का टेस्ट कराया गया तो बेन मैकएडम्स भी कोरोना संक्रमित पाए गए।
वहीं अमेरिका में नेशनल इमरजेंसी घोषणा की जा चुकी है। आंकड़ों पर नजर डालें तो अबतक 50 राज्य इसकी चपेट में हैं और कुल मामलों की संख्या 8 हजार से भी ज्यादा पहुंच गई है। वहीं अमेरिका में कोरोना की वजह से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।