देश में कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मरने वालों का आकड़ा भी 550 के पार पहुंच गया है। अब तक इस बीमारी का कोई इलाज सामने नहीं आया है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इस वायरस के तोड़ के इजाद में लगे हैं। लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। इसी बीच खबर है कि अन्य देशों की तर्ज पर भारत में भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी शुरू की गई है। आपको बता दें दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में एक कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी शुरू किया गया था। अब उस मरीज की सेहत में सुधार दिखने लगा है वहीं उस मरीज को वेंटीलेटर से हटा कर नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। 49 साल के कोरोना संक्रमित मरीज को 4 अप्रैल को दिल्ली के साकेत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। संक्रमण पाए जाने के बाद उसे निमोनिया हो गया और उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। जिसके बाद अस्पताल ने लाइव सेविंग प्रोटोकॉल के तहत और ऑफ लेवल इंडिकेशन के तहत मरीज को प्लाज्मा थेरेपी देने का फैसला किया। आईसीएमआर और डीजीसीआई के गाइडलाइन के मुताबिक हॉस्पिटल एथिक्स कमेटी से अप्रूवल लेने के बाद 14 अप्रैल को संक्रमित मरीज को प्लाजमा थेरपी दी गई और धीरे धीरे सुधार दिखने लगा, और 18 अप्रैल तक मरीज की तबियत में काफी हद तक सुधार आ गया।
आपको बता दें प्लाज्मा थेरेपी के अंतर्गत कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति जो अब ठीक हो चुका है उसके शरीर से प्लाज्मा निकालकर संक्रमित मरीज के शरीर में डाला जाता है। मैक्स हॉस्पिटल की माने तो ये थेरेपी कोई नई नहीं है और इसका इस्तेमाल पहले भी अलग-अलग बीमारियों के लिए किया जा चुका है।