कोरोना वायरस इस वक्त भारत में अपने चरम पर है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जून और जुलाई में हालात और बिगड़ सकते हैं। देश में महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले है। महाराष्ट्र और राजधानी दिल्ली में हर दिन 2 हजार से ज्यादा मामले साने आ रहे है। ये दोनों ही राज्य देश में सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से हैं। बता दें महाराष्ट्र में जहां अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 20,000 के पार पहुंच गई है तो वहीं दिल्ली में 6 हजार से ऊपर कोरोना केस हो गए हैं। महाराष्ट्र में शनिवार को 1165 नए कोविड-19 पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा 20,228 पर पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो पिछले 24 घंटों में 48 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद पूरे महाराष्ट्र में कोरोना वयरस से मरने वालों की संख्या 779 हो चुकी है।
वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां बीते शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 224 नए मामले सामने आने के बाद दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 6,542 हो गयी है। हालांकि राहत की बात ये है कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों से कोरोना संक्रमित एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। महाराष्ट्र के मुकाबले दिल्ली की हालत कुछ बेहतर जरूर है। बता दें राजधानी दिल्ली में अब तक कोविड-19 से 68 मरीजों की हुई है। जबकि 2020 मरीज स्वस्थ हो गये हैं।
आपको बता दें देश में कोरोना के मरीजों की संख्या दिन-दुगनी रात चौगुनी बढ़ रही है। बीते 9 मई तक देश में कुल कोरोना पॉजिटिस का आंकड़ा लगभग 60 हजार के करीब तक जा पहुंचा है। वहीं मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है बता दें अब तक देशभर में कुल 1,981 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 17 हजार 8 सौ 46 लोग ठीक भी हुए हैं। इन आंकड़ों के हिसाब से स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी यही मान रहे है कि अन्य दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोरोना मृत्यु दर काफी कम है, वहीं मरीजों के ठीक होने के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हुई है।