Mallikarjun Kharge

Agnipath Scheme: राष्ट्रपति से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, इस बात पर हुई चर्चा

Congress Delegation Met President: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) से मुलाकात की और उनके सामने दो मुद्दे उठाए। कांग्रेस (Congress) नेताओं ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पार्टी के कुछ सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस के कथित दुर्व्यवहार और अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) का मुद्दा उठाया। मुख्य विपक्षी दल के प्रतिनिधिमंडल में राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge), लोकसभा में कांग्रेस (Congress) के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury), वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, जयराम रमेश और कई अन्य नेता शामिल थे। कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेताओं और कई सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च भी किया।

कांग्रेस (Congress) का आरोप है कि दिल्ली पुलिस के कर्मियों ने पिछले सप्ताह राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पार्टी के कुछ सांसदों के साथ दुर्व्यवहार किया था और पार्टी मुख्यालय के भीतर घुसकर कार्यकर्ताओं की पिटाई की थी। पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है। मुख्य विपक्षी दल अग्निपथ योजना का भी विरोध कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि यह देश और सेना के हितों के विरूद्ध है।

बिना चर्चा के लाई गई अग्निपथ योजना- कांग्रेस

मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि हमारे 7 लोगों का दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला और 2 मुद्दे उठाए। हमने उनको अग्निपथ योजना को लेकर ज्ञापन सौंपा और दूसरा जो कांग्रेस को डराने-धमकाने और कुचलने की कोशिश का जा रही है उसके खिलाफ ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि सरकार बिना किसी से पूछे यह योजना लाई है। इस योजना पर किसी से चर्चा नहीं हुई। हमने राष्ट्रपति से कहा कि ये हमारे लोकतांत्रिक हक का हनन है।

कांग्रेस के नेताओं को किया जा रहा परेशान

उन्होंने कहा कि हमें डराने की जो कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ हमारे नेताओं ने शांतिपूर्वक आंदोलन किया जिसमें हमारे सभी सीनियर नेता थे और मुख्यमंत्री भी थे। सभी नेताओं को सताया गया, उनको 12-12 घंटे तक हिरासत में रखा गया। यूपी बॉर्डर और हरियाणा बॉर्डर पर नेताओं को रोका गया। किसी व्यक्ति को बगैर केस किए या नोटिस दिए 12-14 घंटे आप हिरासत में नहीं रख सकते। अगर किसी को हिरासत में रखना है तो उसका कारण भी देना चाहिए। अगर संसद के सदस्य हैं तो इस बारे में स्पीकर को बताना होगा, न तो स्पीकर को जानकारी दी गई, न ही राज्य सभा के सभापति को।

योजना के खिलाफ सड़कों पर हैं युवा

वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अग्निपथ को लेकर कहा कि सेना में 40000 लोगों को जो ट्रेनिंग देने का वादा किया है उसे कोई फायदा नहीं होने वाला है। उन युवकों को कहीं नौकरी नहीं मिलने वाली है। 4 साल में कोई ट्रेनिंग भी नहीं हो पाएगी और 4 साल के अंदर घर भी आएगा तो पेंशन नहीं मिलेगी। बिहार, यूपी, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान हर जगह युवक सड़कों पर उतरे हैं। क्योंकि उनके भविष्य से जुड़ा हुआ मामला है। बगैर किसी को पूछे सरकारी योजना लाई गई है।

पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने कहा कि हमने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) से विनती की है कि इसपर कोई चर्चा नहीं की गई। हम चाहते हैं कि राष्ट्रपति सरकार को बताएं कि यह योजना (Agnipath Scheme) ठीक नहीं है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल (Congress Delegation) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) से मिलने के लिए संसद भवन (Parliament) से राष्ट्रपति भवन तक विरोध मार्च भी निकाला था।

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