विधान सभा चुनाव (Assembly Polls) के दौरान पक्ष -विपक्ष ने जो एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे, वही खींचतान शुक्रवार (27 नवंबर) को सदन में भी देखने को मिली। राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलने के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tehashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर व्यक्तिगत टिप्पणी की। इसपर नीतीश कुमार गुस्से में भड़क गए। कहा जा रहा है कि शायद पहली बार ही CM नीतीश सदन में इस तरह भड़के हैं।
CM ने गुस्से में सदन में खड़े होकर कहा कि ये (तेजस्वी यादव ) मेरे भाई समान दोस्त (लालू यादव) का बेटा है इसलिए हम सुनते रहते हैं, हम कुछ नहीं बोलते हैं, बर्दाश्त करते रहते हैं। इसके पिता को लोकदल में विधायक दल का नेता किसने बनाया था, इसको मालूम नहीं है। मगर ये सारी बात एक-एक लोग जानते हैं। आक्रोश में पूछा, इसे डिप्टी सीएम किसने बनाया था। यह चार्जसीटेड है, इसपर अब कार्यवाही होगी। हमने कहा था – जवाब दे दो तो यह आगे नहीं आया। इसपर हम महागठबंधन से अलग हो गए। नीतीश कुमार ने थोड़ी देर बाद शांत होते हुए कहा कि आगे बढ़ना है तो मर्यादा में रहना सीखना होगा।
इस बीच सदन में पक्ष और विपक्ष ने भारी हंगामा किया। विधान सभा अध्यक्ष के निर्देश पर व्यक्तिगत टिप्पणी सदन की कार्यवाही से हटा दी गई है।