CBI ने Yes Bank घोटाला मामले में डीएचएफएल (Dewan Housing Finance Corporation) के प्रवर्तक कपिल वधावन और RKW डेवलपर्स के प्रवर्तक धीरज वधावन को महाबलेश्वर से हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने रविवार को इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लेने की प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने बताया कि वधावन बंधु Yes Bank के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में दर्ज CBI की प्राथमिकी आरोपी हैं। एजेंसी का आरोप है कि उनके खिलाफ 7 मार्च को मामला दर्ज होने के बाद दोनों फरार चल रहे थे।
दोनों को इस महीने की शुरुआत में सतारा पुलिस ने Lockdown के निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले में हिरासत में लिया था। उन्हें जिला प्रशासन ने महाबलेश्वर में पृथक रखा हुआ था।
केन्द्रीय जांच ब्यूरों ने सतारा जिला प्रशासन को लिखा था कि उससे अनापत्ति प्रमाणपत्र लिये बिना वधावन सदस्यों को छोड़ा नहीं जाये। वधावन बंधुओं को कस्टडी में लेने से पहले CBI दोनों को कोर्ट में पेश करेगी। वधावन बंधुओं के खिलाफ जारी गैर-जमानती वॉरंट पर 5 मई तक रोक थी लेकिन अभी हाल में इसे रद्द कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि वधावन बंधु 8 मार्च से ही CBI और ED से छिप रहे थे। Yes Bank मामले में पूछताछ के लिए दोनों एजेंसियां इनकी तलाश कर रही थीं। वधावन बंधु खंडाला के एक गेस्ट हाउस में छिपे थे, लेकिन Lockdown की वजह से इनको गेस्ट हाउस छोड़कर महाबलेश्वर जाना पड़ा था। इनको यह डर था कि अगर मुंबई गए तो गिरफ्तार हो जाएंगे, इसलिए ये महाबलेश्वर की तरफ निकल गए थे। दरअसल, ED ने 8 मार्च को राणा कपूर को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वधावन बंधु खंडाला निकल गए थे और एक गेस्ट हाउस में छिप गए थे।