अब फिंगरप्रिंट के जरिए निकाले डाक बैंक से पैसे

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने आधार युक्त भुगतान प्रणाली (एईपीएस) आधारित सेवाएं शुरू करने की घोषणा की। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बेंक के पूर्ण परिचालन के एक साल पूरा होने के पर आयोजित कार्यक्रम में संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने ये घोषणा की है, इसके साथ ही उन्होंने आईपीपीबी से अगले एक साल में पांच करोड़ ग्राहक बनाने का लक्ष्य रखने का आह्वान किया।

इससे ग्राहकों को सुविधा मिलेगी क्योंकि आईपीपीबी से अब किसी भी बैंक के ग्राहक पैसा निकालने के साथ बैलेंस की जानकारी ले सकेंगे। हालांकि इस सुविधा के लिए ग्राहकों का बैंक खाता आधार कार्ड से जुड़ा होना अनिवार्य है। इसके तहत ग्राहकों को केवल अपने बायोमेट्रिक निशान से लेन-देन की अनुमति देनी होगी।

इतना ही नहीं, उन्होंने अधिक डिजिटल लेनदेन का लक्ष्य तय करने को कहा ताकि वह स्वयं को देश के डिजिटल रूपांतरण में एक बदलाव का वाहक बन सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद डिजिटल लेन-देन में तीव्र वृद्धि हुई है। संख्या के हिसाब से यह बढ़कर 296 करोड़ और मूल्य के हिसाब से 283 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है।

प्रसाद ने कहा कि आईपीपीबी ने 6,000 करोड़ रुपये मूल्य का डिजिटल लेने-देन किया। बैंक को एक साल में कम-से-कम पांच लाख करोड़ रुपये के डिजिटल लेन-देन का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में इस पेमेंट बैंक का उद्धघाटन कर दिया है। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक भारत सरकार के डाक विभाग और संचार मंत्रालय के अधीन एक सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जिसमें उसकी 100 फीसदी हिस्सेदारी है।

आईपीपीबी में चालू खाता, बचत खाता, धन हस्तांतरण, डीबीटी, बिल यूटिलिटी, उद्यम एवं व्यापार संबंधी भुगतान की सेवाएं मुहैया करायी जाती हैं। इसमें ग्राहकों को काउंटर सेवा, माइक्रो एटीएम, मोबाइल बैंकिंग एप, एसएमएस, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस और आईवीआर की सेवाएं मिलती हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1