नई दिल्ली – दिल्ली में मुख्यमंत्री घर-घर राशन योजना को केजरीवाल कैबिनेट ने मंगलवार को मंजूरी दे दी। इस मौके पर CM Arvind Kejriwal ने कहा कि गरीबों को राशन लेने में बहुत परेशानी होती है। राशन गरीबों का हक है। गरीब लोगों के हक को दिलाने के लिए दिल्ली कैबिनेट ने मुख्यमंत्री घर घर राशन योजना को मंजूरी दी है। अब लोगों को उनके घर पर सरकार राशन पहुंचाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो राशन कार्ड धारक इस योजना में शामिल नहीं होना चाहेंगे और दुकान से ही राशन लेना चाहेंगे तो उन्हें वह अधिकार रहेगा।
सीएम Arvind Kejriwal ने बताया कि घर-घर राशन पहुंचाने के लिए गेहूं की जगह आटा दिया जाएगा। जिस दिन दिल्ली में राशन की होम डिलीवरी शुरू होगी उसी दिन केंद्र सरकार की वन नेशन वन राशन कार्ड की योजना दिल्ली में लागू कर दी जाएगी। अगले छह से सात महीने में होम डिलीवरी राशन की शुरू हो जाएगी।
डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए Kejriwal ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात है। क्योंकि राजनीति में आने से पहले मैं और मनीष सिसोदिया परिवर्तन नाम की संस्था चलाया करते थे। दिल्ली की झुग्गी बस्तियों के अंदर गरीब लोगों के साथ काम किया करते थे। गरीबों के हक के लिए काम करते थे। जब उनको राशन नहीं मिलता था तो उनको राशन दिलाने के लिए काम करते थे। सूचना का अधिकार कानून का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हमने लोगों को राशन दिलवाने में किया।
CM ने कहा कि उन दिनों में लोगों का राशन चोरी हो जाया करता था और पूरा राशन नहीं मिलता था। सरकारी कागजात में तो एंट्री हो जाती थी कि हमने सबको राशन दे दिया और सब के फर्जी अंगूठे भी लग जाते। जिस तरह हमने डोर स्टेप डिलीवरी ऑफर सर्विस किया था। इसी तरह से गवर्नेंस के क्षेत्र में डोर स्टेप डिलीवरी ऑफ़ राशन बहुत बड़ा कदम होगा।