बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री Mayawati ने रविवार को सिलसिलेवार 4 ट्वीट में पंजाब में अकाली दल के अलावा किसी भी राज्य में किसी के साथ भी गठबंधन से इन्कार कर दिया है। अटकलें लगने के साथ ही उत्तर प्रदेश में बसपा के औवैसी की पार्टी के साथ गठबंधन की खबरें आने के बाद Mayawati फ्रंट पर आ गई और उन्होंने इन सभी अफवाह को मीडिया की देन बताया ।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया Mayawati ने कहा कि हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड में अकेले दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। यूपी में हमारी पार्टी का असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम से कोई गठबंधन नहीं हो रहा है। उन्होंने किसी भी तरह की खबर को खारिज किया है। Mayawati ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी अकेले ही लड़ेगी। पार्टी सुप्रीमो Mayawati ने कहा कि हमारा पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ ही गठबंधन है। इसके अलावा अन्य किसी भी राज्य में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन न हुआ है और न ही आगे होगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में सभी सियासी पार्टी जुटी हुई हैं। 2012 से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर बहुजन समाज पार्टी ने भी इस बार कमर कस ली है। बसपा की मुखिया इसको लेकर पार्टी में काफी फेरबदल भी कर रही हैं। बहुजन समाज पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष Mayawati ने साफ किया है कि उत्तर प्रदेश में इस बार बसपा किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
एक न्यूज चैनल ने Asaduddin Owaisi की एआईएमआईएम और BSP के बीच गठबंधन की खबर प्रसारित की थी। मायावती ने इसे सिरे से खारिज किया है। बसपा सुप्रीमो Mayawati ने ट्वीट किया कि मीडिया के एक न्यूज चैनल में कल से यह खबर प्रसारित की जा रही है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव औवेसी की पार्टी AIMIM और BSP मिलकर लड़ेगी। यह खबर पूर्णत: गलत, भ्रामक व तथ्यहीन है। इसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है। बसपा इसका जोरदार खण्डन करती है।
मायावती ने आगे कहा कि वैसे इस संबंध में पार्टी फिर से यह स्पष्ट कर रही है कि पंजाब को छोड़कर, यूपी व उत्तराखण्ड में अगले वर्ष के प्रारंभ में होने वाला विधानसभा का यह आम चुनाव BSP किसी भी पार्टी के साथ कोई भी गठबंधन करके नहीं लड़ेगी अर्थात अकेले ही लड़ेगी। मायावती ने गठबंधन की खबरों को गलत बताया।
मायावती ने इससे पहले मार्च में भी उत्तर प्रदेश में अकेले ही विधानसभा चुनाव में लड़ने की एलान किया था। उन्होंने कहा हमारी पार्टी का किसी के साथ भी गठबंधन का अनुभव अच्छा नहीं रहा। हमारी पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता और हमारे मतदाता बेहद अनुशासित हैं। देश की अन्य पार्टियों के साथ ऐसा नहीं है। मायावती ने कहा कि किसी के साथ भी गठबंधन में हमारा वोट तो उस पार्टी को स्थानांतरित हो जाता है, जबकि दूसरी पार्टी का वोट हमें नहीं मिल पाता है। यह बेहद ही खराब तथा कड़वा अनुभव है। भविष्य में हम किसी भी दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगे।
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