randeep guleria

2021 लास्ट तक पड़ सकती है बूस्टर डोज की जरुरत, कोरोना वैक्सीन को लेकर बोले AIIMS चीफ

देश में बड़ी संख्या में लोगों ने वैक्सीन भले ही लगवा ली हो, लेकिन तेजी से उभरते कोरोना वैरियंट्स अब भी चिंता का विषय बने हुए हैं। इसे देखते हुए एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोरोना के नए वैरियंट से निपटने के लिए इस साल के अंत तक बूस्टर डोज की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, बूस्टर डोज तभी संभव हो पाएगी जब देश की एक बड़ी आबादी को वैक्सीन लग जाएगी। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि मौजूदा वैक्सीन हमें बेहद इम्युनिटी भी दे रही हैं, कई नए वैरियंट्स से भी बचाने में सक्षम हैं और ओवरऑल इनकी एफिकेसी भी अच्छी है। बूस्टर डोज को लेकर ट्रायल चल रहे हैं। एम्स में भी इसका ट्रायल हो रहा है। पूरे विश्व की स्थिति देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल के अंत तक बूस्टर डोज की जरूरत पड़ सकती है।

बूस्टर डोज एक अगला स्टेप होगा और इस स्टेप तक पहुंचने से पहले हमें एक बड़ी आबादी को पूरी तरह वैक्सीनेट करना होगा। वहीं, डॉ. गुलेरिया ने बच्चों की वैक्सीन को लेकर कहा कि ट्रायल चल रहे हैं और सितंबर तक बच्चों की वैक्सीन आने की संभावना है। इससे पहले डॉ. गुलेरिया ने कहा था कि जिन जिलों में कोरोना का संक्रमण कम हो गया है, वहां पर अलग-अलग चरणों में स्कूल खोले जा सकते हैं। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि 5 पर्सेंट से कम संक्रमण दर वाले जिलों में स्कूलों को खोलने की योजना बनाई जा सकती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1