राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को पंचायत चुनाव की तैयारियों के दौरान कोरोना से बचाव से संबंधित सरकार के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है। साथ ही तैयारियों को तेज करते हुए अगले पखवारे में यानी 15 जुलाई तक पंचायत चुनाव का एलान करने की कवायद शुरू कर दी है।
इसी के साथ आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को पांच जुलाई तक 10 चरणों को ध्यान में रखते हुए प्रखंडवार पंचायत चुनाव का प्लान भी भेजने का टास्क दिया है। आयोग ने कहा है कि जिलों से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर ही फाइनल प्लान तैयार कर मंजूरी के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। फिलहाल बिहार में दस चरणों में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी है।
आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा है कि चुनाव ड्यूटी में लगाए जाने वाले कर्मियों को अनिवार्य रूप से कोरोना का टीका लगवाना सुनिश्चित कराएं। साथ ही, चुनाव कार्य में लगाए जाने वाले कर्मियों का समय-समय पर कोरोना जांच कराने की व्यवस्था भी करें। इसी तरह मतदाताओं को भी तेजी कोरोना का टीका लगवाएं। आयोग के अनुसार पंचायत सवा पांच करोड़ मतदाता हैं।
त्रिस्तरीय पंचायतों के साथ ग्राम कचहरियों के चुनाव में प्रत्याशियों को सात दिन का समय पर्चा भरने के लिए मिलेगा। वहीं, तीन दिन स्क्रूटनी और दो दिन का समय नाम वापसी के लिए होगा, जबकि 11 से 12 दिन का समय प्रचार के लिए प्रत्याशियों को मिलेगा। मतदान के तीसरे दिन मतगणना होगी। बता दें कि बिहार में कोरोना के मामले बढ़ने पर पंचायत चुनाव की संभावना कम हो गई थी। मगर फिर से राज्य में संक्रमण के मामले कम होने पर पंचायत चुनाव की कवायद तेज हो गई है। जल्द ही चुनाव का ऐलान किया जा सकता है।