बिहार की सियासत के केंद्र बने JDU सुप्रीमो व Chief Minister नीतीश कुमार को लेकर अब विपक्षी महागठबंधन (Grand Alliance) दो-फाड़ दिख रहा है। महागठबंधन का एक धड़ा BJP को सत्ता से हटाने के लिए नीतीश कुमार को साथ लाने के पक्ष में है तो दूसरा इसके विरोध में है। RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के नीतीश कुमार को साथ लाने के पक्ष में दिए बयान पर RLSP सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने प्रतिक्रिया दी है।
RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीते दिनों बातचीत में कहा था कि कि BJP के खिलाफ JDU सहित सभी गैर BJP राजनीतिक दलों को एक मंच पर आना चाहिए। BJP को सत्ता से हटाने के लिए यह जरूरी है। CM नीतीश कुमार सहित सभी का इसमें स्वागत किया जाना चाहिए।
इस मुद्दे पर सोमवार को RLSP सुप्रीमो व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अनाप-शनाप बयानबाजी करते हैं। उनके बयान का कोई मतलब नहीं है। महागठबंधन में नीतीश कुमार के स्वागत का सवाल ही नहीं उठता है।
विदित हो कि एक तरफ रघुवंश प्रसाद RJD में नीतीश कुमार का स्वागत कर रहे हैं, वहीं पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा दिया चुनावी नारा ‘दो हजार बीस, हटाओ नीतीश’ नीतीश कुमार के खिलाफ है। RJD के इन दिनों जारी चुनावी पोस्टर भी नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल पर प्रहार कर रहे हैं। पार्टी के इस विरोधाभाष के बीच अब उपेंद्र कुशवाहा के बयान से इतना तो स्पष्ट है कि बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार एक फैक्टर बन चुके हैं और उनके नाम पर विपक्ष दो-फाड़ है।