अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) अगले सप्ताह अपने शपथ ग्रहण समारोह (Inaugration Ceremony) में कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic), खस्ताहाल अमेरिकी अर्थव्यवस्था (Economy Slowdown) , जलवायु परिवर्तन और नस्लीय अन्याय जैसे मुद्दों से जुड़े कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके साथ अमेरिका के लिए पेरिस जलवायु समझौते को फिर से जारी करने और ट्रम्प द्वारा मुस्लिम बहुसंख्यक देशों के लोगों के प्रवेश पर लगाए प्रतिबंध को हटाने या बदलने जैसे आदेशों पर हस्ताक्षर करने की योजना है। बाइडन कांग्रेस के साथ मिलकर वीजा प्रणाली, H 1-B वीजा में सुधार करेंगे जिससे भारतीयों को काफी फायदा हो सकता है।
जो बाइडन के वरिष्ठ सहयोगी और होने वाले चीफ ऑफ स्टाफ रॉन क्लैन ने व्हाइट हाउस के वरिष्ठ कर्मचारियों को एक ज्ञापन में कहा कि संकट से जुड़े ये सभी विषय तत्काल कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति के बुधवार को शपथ ग्रहण के बाद “मोटे तौर पर एक दर्जन” आदेशों पर हस्ताक्षर करने की भी बात कही। क्लैन ने कहा कि कार्यालय में अपने पहले दस दिनों में राष्ट्रपति इन चार संकटों को दूर करने, अन्य जरूरी और अपरिवर्तनीय नुकसानों को रोकने और विश्व में अमेरिका की स्थिति को दुबारा उसी मुकाम पर लाने के लिए निर्णायक कार्रवाई करेंगे।
अमेरिका तेजी से COVID-19 के कारण हुई मौतों की संख्या 4,00,000 के आंकड़े को पार करने जा रहा है और कोरोना के अनियंत्रित होने के कारण एक हफ्ते में 10 लाख नए मामले दर्ज कर नया इतिहास बना रहा है। उधर अर्थव्यवस्था की हालत भी खस्ता है। महामारी की शुरुआत की तुलना में आज अमेरिका में 1 करोड़ नौकरियां कम हो गई हैं और अमेरिकी उपभोक्ता और व्यवसाय अपना अस्तित्व बचाय रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
इस सप्ताह जो बाइडन ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए 1.9 ट्रिलियन डॉलर की योजना का खुलासा किया साथ ही अमेरिका में कोरोना वैक्सीन लगाने के लड़खड़ाते प्रयासों में तेजी लाने की योजना की भी बात की।