एके-47 और हैंड ग्रेनेड बरामदगी के मामले में बाढ़ कोर्ट ने अनंत सिंह को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है । अनंत सिंह को रिमांड पर लेकर राज उगलवाने की योजना तैयार है । पुलिस ने सवाल तैयार कर लिये हैं । बता दें कि यूएपीए के इस चर्चित मुकदमे में बेउर जेल में बंद मोकामा विधायक अनंत सिंह को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के लिए अनुसंधानकर्ता तथा सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कोर्ट में रिमांड की अर्जी दी थी । पुलिस की रिमांड अर्जी पर बुधवार को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार माधवेंद्र ने दो किस्तों में लंबी सुनवाई की । पहली सुनवाई 12 बजे हुई जिसमें पुलिस रिमांड का विरोध करते हुए अनंत सिंह के अधिवक्ता ने कहा था कि विधायक को जान का खतरा है । इसलिए पुलिस कस्टडी में उन्हें न सौंपा जाए।
पुलिस कोर्ट में पेश करने के पहले भी कई घंटे तक विधायक से पूछताछ कर चुकी है । इसके बाद दोबारा पूछताछ करने का कोई मकसद नहीं रह गया है । इसके अलावा वह बीमार भी चल रहे हैं । इधर, अनुमंडल अभियोजन पदाधिकारी सुनील कुमार कंधवे ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि पुलिस रिमांड में कानून का पालन होना चाहिए । अनुसंधान के दौरान पुलिस पूरी तरह हर पहलू की जांच करने के लिए स्वतंत्र है । इस अधिकार से उसे वंचित नहीं किया जा सकता है । सामान्य और वीआईपी अभियुक्त के बीच में अनुसंधान की प्रक्रिया में कोई भी अंतर नहीं है । कोर्ट ने एक घंटे के बाद फिर दूसरे चरण में सुनवाई की । पूरे मामले की सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने फैसला को सुरक्षित रख लिया है।
सूत्रों की मानें तो पुलिस की तरह सेना भी हथियार व गोला बारूद को लेकर कई राज खोलने में लगी है । सेना और एनआईए की जांच की भी चर्चा है । पुलिस की पूछताछ के बाद सेना और अन्य एजेंसियां इसमें लग सकती हैं। पुलिस और अन्य एजेंसियों ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो अन्य कई मामले भी सामने आ सकते हैं । पुलिस एके-47 और हैंड ग्रेनाइड को लेकर पूछताछ कर इसका कनेक्शन खंगालने का प्रयास करने में जुटी है ।
दरअसल 16 अगस्त को अनंत सिंह के आवास पर पड़े छापे में एक एके-47 रायफल, दो ग्रेनेड और गोलियां बरामद की गई थीं । इसके बाद 17 अगस्त को अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस उनके घर गई, लेकिन अनंत सिंह फरार हो गए थे । छह दिन फरार रहने के दौरान अनंत ने तीन वीडियो भी जारी किए थे, जिनमें उन्होंने कोर्ट में सरेंडर करने की बात कही थी । 23 अगस्त को अनंत सिंह ने दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया था ।