जी हाँ, यह बोल हमारे नहीं खुद बिहार के बाहुबली पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला के हैं जो हर तरह से आपत्तिजनक ही कहे जाएंगे। हाल ही में वैशाली के लालगंज के पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला के भतीजे का उपनयन संस्कार था, जिसमें कोरोनावायरस संक्रमण की गाइडलाइन को ताक पर रखकर रात भर पार्टी चली थी। इसमें भाजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह को भी बुलाया गया था। कार्यक्रम के दौरान हुए नाच-गाना का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कम्प मच गया था। प्रशासन ने भी मामले की जांच का आदेश दिया था। उसी कार्यक्रम का एक और वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें पूर्व विधायक कह रहे, ”मुन्ना शुक्ला कानून तोड़ने के लिए ही पैदा हुआ है।”
वायरल वीडियो में पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला सवाल करते हैं कि यहां गोली नहीं छूटेगा तो क्या अगरबत्ती जलेगा? वे आगे कहते हैं कि मुन्ना शुक्ला पैदा ही हुआ है कानून तोड़ने के लिए। इस दौरान उनके वर्दीधारी बॉडीगार्ड ने तो कारबाइन से फायरिंग भी कर दी। वीडियो में अधिकांश लोग बिना मास्क के ही दिख रहे हैं। हम वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करते। हम केवल यह बता रहे हैं कि ऐसा एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है।
विदित हो कि एक और वायरल वीडियो में मुन्ना शुक्ला अपने भतीजे के उपनयन संस्कार में डांस करते दिखे थे। उनकी पत्नी ने भी खूब डांस किया था। लोग कोरोनावायरस संक्रमण को भूलकर हिंदी से लेकर भोजपुरी तक के गानों का आनंद उठाते दिखे। इस अवसर पर भारी भीड़ भी जुटी थी। कोरोनावायरस संक्रमण के काल में तमाम सार्वजनिक आयोजन बंद हैं, लेकिन मुन्ना शुक्ला के मामले में जिला प्रशासन ने कोई कदम उठाना मुनासिब नहीं समझा। बाद में जब इसका वीडियो वायरल हो गया, तब पुलिस-प्रशासन के लोग हरकत में आए।
इसी पार्टी के दौरान जब भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने पार्टी में गोली चलाने से रोका तो मुन्ना शुक्ला ने उन्हें जवाब दिया। वायरल वीडियो में बॉडीगार्ड अपनी कारबाइन से फायरिंग करता दिखता है।
कोरोना काल में गाइडलाइन की अवहेलना करने वालों में मुन्ना शुक्ला अकेले नहीं हैं। हाल ही में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के विधायक मंचन केशरी के बेटे प्रेम केशरी की शादी में भी कोरोना गाइडलाइन ताक पर रख दी गई थी। नाइट कर्फ्यू के दौरान देर रात तक शादी की पार्टी चलती रही। इस दौरान अधिकांश लोग बिना मास्क के दिखे। शारीरिक दूरी का भी पालन होता नहीं दिखा। इस शादी में सजावट च कैटरिंग आदि कई सेवाओं के लिए दूसरे प्रदेश से लोग आए थे, जिनकी कोरोना जांच हुई या नहीं, यह सवाल भी खड़ा है।