ब्रह्मांड को उत्पन्न करने वाली, अंधकार का विनाश करने वाली हैं नवरात्र की चौथी देवी मां कुष्मांडा
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होती है। मां के इस रूप को लेकर मान्यता है कि इन्होंने ही संसार की रचना की है। इन्हें दुखों को हरने वाली मां कहा जाता है। सूर्य इनका निवास स्थान माना गया है। इसलिए माता के इस स्वरूप के पीछे सूर्य का तेज दर्शाया जाता है। …