पठानकोट एयरबेस पर अपाचे की तैनाती से भारतीय एयरफोर्स की ताकत और बढ़ जाएगी
पिछले कुछ समय से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। इसी बीच पाकिस्तानी सीमा के करीब पठानकोट एयरबेस पर अमेरिका से मिले अधुनिक तकनीक वाले आठ अपाचे हेलिकॉप्टर तैनात हो गए हैं। तैनाती से पहले अपाचे हेलिकॉप्टर्स को वॉटर कैनन से सलामी दी गई।
पठानकोट एयर बेस पर तैनाती से पहले एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल आर नांबियार ने अपाचे हेलिकॉप्टरों की पूजा की। बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर की एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ को चाबी सौंपी। इस एयरबेस पर अपाचे की तैनाती से भारतीय एयरफोर्स की ताकत और बढ़ जाएगी।
अपाचे हेलिकॉप्टरों की नवीनतम तकनीक
बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने कहा कि यह भारतीय वायुसेना को 22 में से आठ अपाचे हेलिकॉप्टर मिल गए हैं। ये एएच -64 ई (Apache AH-64E) संस्करण है। इसे अमेरिकी सेना भी इस्तेमाल करती है। ये अपाचे हेलिकॉप्टरों की नवीनतम तकनीक है।
पठानकोट पर तैनाती क्यों
पठानकोट एयरबेस रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। यह एयरबेस पाकिस्तानी सीमा से लगभग 150 किलोमिटर की दूरी पर है। यही नहीं 2 जनवरी 2016 को पठानकोट एयरबेस में घुसकर पाकिस्तान के 5 आतंकियों ने हमला किया था। उन्हें खत्म करने के लिए दिल्ली से एनएसजी कमांडो बुलाने पड़े थे।