भारतीय जनता पार्टी की Virtual Rally के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल ने समानांतर कार्यक्रम कर जमकर थाली पीटा। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav के आह्वान पर RJD कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों ने रैली के विरोध में रविवार को 11 बजे से 10 मिनट तक ताली पीटी। राबड़ी देवी भी अपने आवास के बाहर Tejashwi Yadav एवं तेज प्रताप यादव के साथ थाली पीटी। उधर, जनता दल यूनाइटेड ने भी ताली पीटकर व हाय-हाय के नारे लगाकर RJD के कार्यक्रम का विरोध किया।
RJD ने रविवार को ‘मजदूर अधिकार दिवस’ के तहत पूरे राज्य में थाली बजाया। इसके बाद केंद्र व राज्य सरकारों पर हमलावर तेजस्वी यादव ने कहा कि इस डबल इंजन सरकार में गरीब का पेट खाली है। देश में 12 करोड़ Corona काल में बेरोजगार हो गए हैं। बिहार में हाहाकार मचा है। ऐसे में डिजिटल रैली का इस्तेमाल Corona संक्रमण के काल में परेशान जनता की सहायता में करना चाहिए था। RJD मौत पर जश्न मनाने वाली पार्टी का विरोध करता है।
मुख्यमंत्री Nitihs Kumar पर हमला करते हुए तेजस्वी ने पूछा कि वे बताएं कि क्या बिहार के गरीब मजदूर चोर हैं? गरीबों व मजदूरों के लिए सरकार ने क्या किया, बताए। सरकार ने प्रवासी श्रमिकों को अपराधी बताया। तेजस्वी ने पुलिस विभाग द्वारा बेरोजगार प्रवासी श्रमिकों द्वारा अपराध की आशंका को ले जारी पत्र का हवाला देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री Nitihs Kumar को इस पत्र के लिए माफी मांगनी चाहिए। आप अगर गरीबों का सम्मान नहीं कर सकते तो अपमान भी नहीं कीजिए।
उधर, RJD के कार्यक्रम के विरोध में JDU कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने ताली बजाई तथा RJD व लालू परिवार के खिलाफ हाय-हाय के नारे लगाए। JDU समर्थकों व कार्यकतों ने एक पोस्टर में लालू परिवार को घोटालेबाजों का परिवार बताया। इस बाबत JDU नेता व मंत्री नीरज कुमार ने RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए ‘कैदी बजाए थाली, जनता बजाए ताली’ कहा। साथ ही उन्होंने रांची जेल में सता काट रहे लालू को ‘ज्यूडिशियल माइग्रेंट’ बताया। नीरज कुमार ने काव्यात्मक लहजे में कहा कि घोटालेबाजों की फौज बजा रही ताली। उन्होंने Tejashwi व तेज प्रताप पर तंज कसते हुए कहा- ये तेज नहीं, शातिर हैं।
इसके पहले शनिवार को Tejashwi ने कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहैब के साथ जिलाध्यक्षों से इसकी जानकारी ली। RJD के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी के मुताबिक राजधानी से लेकर गांवों तक विरोध का कार्यक्रम सफल रहा।