Caption Amarinder Singh vs Harish Rawat:पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत को धर्मनिरपेक्षता पर करारा जवाब दिया है। हरीश रावत ने कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अपनी पार्टी बनाकर भाजपा (BJP) से गठबंधन की संभावना जताने पर सवाल उठाया था। रावत ने कैप्टन अमरिंदर (Captain Amarinder Singh) की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठाया था। इसके बाद आज कैप्टन ने हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) भी तो 14 साल भाजपा मे रहे थे।
दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के अपनी पार्टी बनाकर भाजपा (BJP) के साथ गठबंधन करने के एलान पर कांग्रेस के नेताओं ने धर्मनिरपेक्षता को लेकर बहस शुरू कर दी है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत की ओर से कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) पर धर्मनिरपेक्षता को लेकर सवाल उठाए तो पूर्व मुख्यमंत्री ने इसे लेकर पलटवार किया है। कैप्टन ने रावत के जरिए पूरी कांग्रेस पर ही धर्मनिरपेक्षता को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
कैप्टन ने ट्वीट कर कहा है कि धर्मनिरपेक्षता की बातें बंद करो और यह मत भूलो की नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) 14 साल भाजपा में रहे हैं। कैप्टन ने ट्वीट कर हरीश रावत पर निशाना साधा और कहा 14 साल भाजपा (BJP) में रहने वाले सिद्धू कांग्रेस का हिस्सा हैं और नाना पटोले व रेव नाथ रेड्डी आरएसएस (RSS) का हिस्सा नहीं तो कहां से आए हैं। कैप्टन ने यह भी लिखा कि परगट सिंह चार साल अकाली दल में थे।
कैप्टन अमरिंदर ने हरीश रावत से पूछा कि आज आप मुझ पर साढ़े चार साल से विपक्षी अकाली दल का साथ देने का आरोप लगा रहे हैं। क्या आपको यह इसलिए लगता है कि मैं पिछले दस सालों से उनके खिलाफ कोर्ट केस लड़ रहा हूं। 2017 के बाद मैं पंजाब में सभी चुनाव क्यों जीता हूं। ट्वीट में कैप्टन ने यह भी लिखा कि मुझ पर भरोसा न कर कांग्रेस पार्टी ने अपने ही हितों को नुकसान पहुंचाया है और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) जैसे अस्थिर व्यक्ति को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंप दी जो केवल अपने प्रति वफादार हैं।
काबिलेगौर है कि कैप्टन अमरिंदर (Captain Amarinder Singh) की ओर से नई पार्टी बनाकर भाजपा के साथ गठबंधन का एलान करने पर प्रतिक्रिया देते हुए रावत ने कहा था कि कैप्टन के भाजपा (BJP) के साथ जाने की बातों पर मुझे ऐसा लगता है कि कैप्टन ने अपने अंदर धर्मनिरपेक्षता को मार दिया है।