Akshay Tritiya 2022: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) व्रत में तप, तीर्थ, व्रत और दान का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) का दिन मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। यह पर्व हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकेश शुक्ल के अनुसार इसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन सोना खरीदना बहुत ही शुभ होता है। इस बार अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) 3 मई को पड़ रही है।
अक्षय तृतीया तिथि एवं शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया तिथि आरंभ- 3 मई सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर
अक्षय तृतीया तिथि समापन- 4 मई सुबह 7 बजकर 34 मिनट तक
रोहिणी नक्षत्र- 3 मई सुबह 12 बजकर 33 मिनट से शुरू होकर 4 मई सुबह 3 बजकर 19 मिनट तक होगा
अक्षय तृतीय का महत्वः
ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकेश शुक्ल के अनुसार अक्षय तृतीया(Akshay Tritiya) के दिन सूर्य मेष राशि में और चंद्रमा वृष राशि में होता है। यह वैशाख में शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि है, जो आमतौर पर अप्रैल या मई में आती है। यह भी माना जाता है कि अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन सूर्य और चंद्रमा अपने सबसे चमकीले रूप में होते हैं। वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन ही भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इसलिये इस तिथि पर किये कार्य की कभी क्षय नहींं होती।
अक्षय तृतीय पर गंगा स्नान का है विशेष महत्वः
सनातन धर्म शस्त्रों के अनुसार यदि अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) रोहिणी नक्षत्र के साथ सोमवार या बुधवार को पड़े तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya)के दिन व्यक्ति कोई भी शुभ काम कर सकता है। अक्षय तृतीया के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है। शास्त्र के अनुसार अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के दिन पितृ श्राद्ध भी किया जा सकता है। इस दिन पूर्वजों के नाम पर दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।