यूपी में विधनसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी दौर में समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी चुनावी यात्रा का आगाज किया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ये ऐलान किया है कि ‘समाजवादी पार्टी ने फैसला किया है कि बड़े दलों से गठबंधन नहीं होगा। पार्टी छोटे दलों को साथ लेकर चलने का काम करेगी और जिसको भी BJP को हराना है उसके लिए समाजवादी पार्टी के दरवाजे खुले हैं।’
पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ‘आगामी चुनाव में समाजवादी पार्टी अपने गठबंधनों के साथ 350 सीटें जीतने जा रही है।’
अखिलेश ने कहा कि BJP सरकार में न तो किसानों की आय दोगुनी हुई और न ही नौजवानों को रोजगार मिल पाया है। उन्होंने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि बाबा मुख्यमंत्री न लैपटॉप चला पाते हैं और न ही बिजली कारखानों की जानकारी रखते हैं। यही कारण है कि प्रदेश में नए बिजली उत्पादन प्लांट नहीं लग पाए। इस कारण आम जनता को महंगी बिजली का भुगतान करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जिला पंचायत ब्लाक प्रमुख चुनाव में सबसे ज्यादा दुरुपयोग हुआ है। हमारे 19 जिला पंचायत सदस्यों का वोट कैसे लिया गया यह सभी जानते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों का पैसा छीनकर उद्योगपतियों को देते हैं और फिर उद्योगपति विदेश भाग जाते हैं। भाजपाइयों ने मास्क लगवाकर हमारे मुंह और कान बंद करा दिए हैं। भाजपा सरकार को कौन सी बीमारी है जो उसने अपने कान और आंख बंद कर रखे है। उसे गरीबों की आवाज नहीं सुनाई पड़ रही है।
उन्होंने दावा किया कि सपा शासनकाल में बाढ़ से कटान रोकने के लिए 133 करोड़ रुपये दिए थे। सरकार बदलते ही भाजपा ने पैसा वापस ले लिया। यदि प्रदेश में सपा की सरकार बनेगी तो सूबे को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। भाजपा सरकार विकास कार्यों में कभी सपा की बराबरी नहीं कर सकेगी। उन्होंने जासूसी कांड और पत्रकार से मारपीट पर भी चुटकी ली।
ज्ञात हो कि एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का उन्नाव आगमन वाहनों के काफिले से हुआ है। इस बार भी वह उन्नाव जिले की सीमा में अपने उसी रथ पर सवार होकर आए। इस दौरान सपा कार्यकतार्ओं ने अखिलेश का उन्नाव सीमा में प्रवेश करते ही जोरदार स्वागत किया। इस यात्रा को लोग 2022 चुनावी आगाज के रूप में मान रहे हैं।