उत्तराखंड के कार्यकर्ताओं से मिले अखिलेश, कहा- सपा निभाएगी सक्रिय भूमिका

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि पार्टी दूसरे राज्यों में विस्तार के लिए अभियान चलाएगी। उत्तराखण्ड में पार्टी संगठन को मजबूती देने के लिए कदम उठाए जाएंगे। पार्टी जनसमस्याओं को लेकर संघर्ष करेगी। इसके साथ ही उत्तराखण्ड पिथौरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में उन्होंने मनोज कुमार भट्ट को पार्टी की तरफ से उम्मीदवार घोषित किया।

उन्होंने कहा कि आज बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की। इनमें डॉ. एस.एन. सचान, प्रो. आर.के. पाठक, सुरेश परिहार एडवोकेट, हुसैन अहमद, अतुल शर्मा, शोएब अहमद, रमेश गौड़, सुभाष पंवार, रमेश बिष्ट, मदन सान्याल, अशोक ग्रोवर, अवतार सिंह, हेमा बोरा, एस.के. राम, संजय सिंह, अरविन्द यादव, महेश नेगी, राजपाल यादव, नरेन्द्र गुर्जर, नंदन सिंह बोरा आदि प्रमुख थे। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के प्रभारी पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी भी उपस्थित थे। उत्तराखण्ड से आए हुए कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव का अभिनंदन किया तथा उन्हें शाल, गंगाजल कलश तथा गंगोत्री से लाया गया गंगा जल भेंट किया।

अखिलेश ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने उत्तराखण्ड की जनता को निराश किया है। वे बस कुर्सी दौड़ खेलते रहे हैं। समाजवादी पार्टी राजनीति में वैचारिक विकल्प है जो विकास की बात करती है। भाजपा सिर्फ निरर्थक मुद्दों को उठाती है और नफरत तथा समाज में बंटवारे की राजनीति करती है। उत्तराखण्ड के सवालों पर समाजवादी पार्टी संवेदनशील है।


श्री यादव ने कहा कि पहाड़ की समस्याएं पहाड़ जैसी हैं भाजपा सरकार की इनके समाधान में कोई दिलचस्पी नहीं है। भाजपा राज में सिर्फ उद्योगपतियों की पूंछ है। भ्रष्टाचार और अपराधों पर कोई रोक नहीं है। बेरोजगारी से नौजवान परेशान है। नौटबंदी से अर्थव्यवस्था चौपट है। छोटे उद्योग धंधे बंदी के कगार पर है। समाजवादी पार्टी जनता को भाजपा की सच्चाई से अवगत कराने के लिए अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में समाजवादी सरकार की भूमिका रही है। सीमावर्ती राज्य में पर्यावरण और नदियों में प्रदूषण की बड़ी समस्या है। शराब की वजह से पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन में तनाव की स्थिति रहती है।

शिक्षा क्षेत्र में अव्यवस्था है। स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं। कृषि क्षेत्र की उपेक्षा से सेबों के उत्पादक किसान परेशान है। गांव खाली होते जा रहे हैं। पलायन का संकट है। महिलाएं असुरक्षित हैं। उत्तराखण्ड से आए प्रतिनिधियों उन्होंने कहा कि जनसामान्य में बहुत आकर्षण और सम्मान है। उनका नेतृत्व जमीन से जुडा है।

उत्तराखण्ड में भाजपा और कांग्रेस के राज में कोई अपेक्षित विकास नहीं हुआ है। पहाड़ के लोगों की जिंदगी अभी भी काफी कष्टमय है। समाजवादी पार्टी उत्तराखण्ड में सक्रिय भूमिका निभायेगी।

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