तालिबानी शासन में अफगानिस्तान (Afghanistan) के फरयाब प्रांत में एक व्यापारी का तीन महीने पहले अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ताओं ने 50 हजार डालर की फिरौती वसूलने के बाद उसकी हत्या कर दी है। कालीन कारोबारी हफीजुल्लाह का अपहरण 3 महीने पहले फरयाब (Faryab province) प्रांत के अनखोए जिले में हुआ था। यहां के एक कुएं में से उनका शव बरामद किया गया है।
बताया जाता है कि उनके परिवार से फिरौती के रूप में 50 हजार डालर की रकम मिलने के बाद उनकी हत्या कर दी गई। अफगानिस्तान (Afghanistan) के पंजशीर प्रांत में तालिबान (Taliban) और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हुई है। यह घटना तब हुई जब पंजशीर इलाके में एक तालिबानी वाहन बारूदी सुरंग की चपेट में आ गया। विगत सात फरवरी को हुए इस धमाके के बाद प्रांत में सशस्त्र संघर्ष जारी है।
तालिबान (Taliban) ने अमेरिका के साथ साल 2018 में बातचीत शुरू कर दी थी। फरवरी, 2020 में दोहा में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ जहां अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को हटाने की प्रतिबद्धता जताई और तालिबान (Taliban) अमेरिकी सैनिकों पर हमले बंद करने को तैयार हुआ। समझौते में तालिबान (Taliban) ने अपने नियंत्रण वाले इलाके में अल कायदा और दूसरे चरमपंथी संगठनों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने की बात भी कही और राष्ट्रीय स्तर की शांति बातचीत में शामिल होने का भरोसा दिया था। लेकिन समझौते के अगले वर्ष से ही तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) के आम नागिरकों और सुरक्षा बल को निशाना बनाना जारी रखा।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान खेल रहे डबल गेम
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान (Afghanistan) दोनों ही देश एक-दूसरे के साथ डबल गेम खेल रहे हैं। उनका कहना है कि तालिबान (Taliban) पाकिस्तान पर विश्वास नहीं करता है। वाशिंगटन पोस्ट में अपने एक आलेख में हामिद मीर ने कहा कि तालिबान (Taliban) को आधिकारिक रूप से कूटनीतिक मान्यता चाहिए और वह चाहता है कि अन्य सभी देश उसकी जब्त की संपत्ति को जारी कर दें। इसके साथ ही वह मानवाधिकार और महिला शिक्षा जैसी अंतरराष्ट्रीय समुदाय की शर्तो को भी नहीं मानना चाहता है। इस बीच, स्विटजरलैंड के विदेश मंत्री से बात करने के लिए तालिबान (Taliban) का प्रतिनिधि मंडल ज्यूरिख पहुंच गया है।