नेपाल में बुधवार सुबह 5.8 तीव्रता का भूकंप आया है। नेपाल के स्थानीय समय के मुताबिक सुबह करीब 5 बजकर 42 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र पोखरा से 35 किमी पूर्व में था। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी जनहानि की कोई खबर नहीं है।
नेपाल में जहां भूकंप का केंद्र है, उससे बिहार के बेतिया शहर की सीमा 300 किलोमीटर दूर है। इसलिए भूकंप का असर बिहार की उत्तरी सीमा पर भी पड़ सकता है। हालांकि, अभी तक किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।