सीतापुर में क्षेत्र के कुर्सीनपुरवा, उसरी गांव में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर से 14 दिन बाद 15 ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षा के बाद उन लोगों को रिहा किया गया। शनिवार की रात को डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीम ने आइसोलेशन सेंटर में प्रवासी सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। स्वास्थ्य परीक्षण होने के बाद उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी गई।
इस मौके पर क्षेत्रीय लेखपाल अविनाश मिश्रा, दाउदपुर प्रधान दिलीप मिश्रा ने आइसोलेशन में रहे रहे लोगों को खाना खिलाया। अपने साधनों से आइसोलेशन के प्रवासी लोगों को अपने-अपने घर के लिए भेजा। उन्होंने लोगों से कोरोना बचाव के उपाय बताते हुए सावधानी बरतने की सलाह भी दी।
देश में जानलेवा Coronavirus के बढ़ते कदम रोकने के लिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने आगरा में जो मॉडल अपनाया, उसकी खूब प्रशंसा हो रही है। योगी मॉडल के नाम से रविवार को यह ट्विटर पर टॉप ट्रेंड करता रहा। प्रदेश सरकार का हॉट स्पॉट मॉडल अन्य राज्यों के लिए भी बड़ी उम्मीद बनकर उभरा है। इस मॉडल पर स्वास्थ्य मंत्रलय की सराहना के बाद से प्रदेश सरकार भी उत्साहित है, जबकि सबसे बड़ा प्रदेश और जनसंख्या ज्यादा होने के बावजूद यहां कोरोना के मामले कम हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना का सबसे पहला कलस्टर आगरा में सामने आया था। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने पूरी सतर्कता बरती और बेहतर रणनीति के साथ कार्य करना शुरू किया। जिसके तहत जनपद के सभी हॉटस्पॉट को चिह्नित, रैपिड रिस्पॉन्स टीम, बल्क में सैंपलिंग, कॉल सेंटर की स्थापना, डोर स्टेप डिलीवरी और सभी घरों को सेनेटाइज किया गया।
कुछ शर्तों के साथ 15 प्रकार के उद्योगों का काम होगा शुरू