देशभर में नागरिकता संशोधन कानून और NRC यानी भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर का जोरो पर विरोध किया जा रहा है। आम जनता के साथ-साथ विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही है। देश में NRC लागू करने के मामले पर शीतकालीन सत्र के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने ये साफ कहा था कि ये मानकर चलिए की एनआरसी आने वाला है।
आपको बता दें राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर से ये पता चलेगा कि देश में रह रहा कौन सा व्यक्ति भारतीय नागरिक है और कौन नहीं है। और जिन लोगों के नाम NRC में शामिल नहीं होंगे, वो अवैध नागरिक कहलाएंगे। NRC में शामिल होने के लिए आपके पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों का होना बेहद जरूरी है इनमें से कोई एक प्रमाणपत्र होना जरूरी है, जिसके जरिए आप NRC की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। जैसे 1951 की एनआरसी में नाम, 24 मार्च 1971 से पहले मतदाता सूची में नाम होना अनिवार्य है, जमीन और काश्तकारी के कागज, नागरिकता प्रमाणपत्र, स्थायी निवास प्रमाणपत्र, रिफ्यूजी रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र, पासपोर्ट, एलआईसी, सरकार द्वारा जारी कोई भी प्रमाणपत्र या लाइसेंस, सरकारी नौकरी के कागज, बैंक/डाकघर में खाता, जन्म प्रमाणपत्र बोर्ड/यूनिवर्सिटी के प्रमाणपत्र, कोर्ट से जुड़े दस्तावेज, जन्म प्रमाण पत्र और अगर महिला शादीशुदा है तो सर्किल आफिसर/पंचायत सचिव द्वारा जारी किया गया प्रमाणपत्र होना जरूरी है।
आपको बता दें एनआरसी या नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन बिल का मकसद अवैध रूप से भारत में बसे अप्रवासी लोगों को बाहर निकालना है। अमेरिका जैसे देशों में अवैध प्रवासियों को लेकर पहले से ही काफी कड़े कानून लागू है।