हैदराबाद और उन्नाव की घटनाओं से सबक लेते हुए यूपी पुलिस ने नये नियम की शुरूवात की है। अब रात के समय मदद मांगने वाली महिलाओं को उनके घर तक सुरक्षित पहुँचाने की भी जिम्मेदारी निभाएगी। इस संबंध में डीजीपी मुख्यालय से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। निर्देश में कहा गया कि ऐसी महिलाएं जो ऑफिस या किसी किसी अन्य कार्य के चलते रात के समय कहीं फंस जाती हैं, घर पहुंचने में देर हो जाती है, अथवा सूनसान सड़कों पर उन्हें भय महसूस होता है, तो वह बेहिचक पुलिस की सहायता ले सकती हैं। उन्हें मदद मांगने पर पीआरपी 112 उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाएगी।
डीआईजी ने बताया कि जरूरत पड़ने पर महिला पीआरवी को भी मौके पर बुलाया जाएगा। निर्देश में यह भी कहा गया कि पीआरवी 112 में महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनात किया जाएगा। इसके लिए महिला पुलिसकर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। सभी जनपदों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक पीआरवी में दो पुरुष व दो महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाए।
सोमवार को नए दिशा-निर्देशों की जानकारी देते हुए डीआईजी कानून-व्यवस्था विजय भूषण ने बताया कि यूपी पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। डीआईजी विजय भूषण ने बताया कि इस संबंध में पूरे प्रदेश में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक महिलाएं 112 पर फोन कर पुलिस सहायता ले सकती हैं। यूपी पुलिस की 112 सेवा पर फोन कर अपनी समस्या बताने पर पुलिस अब मौके पर पहुंच कर महिलाओं की सहायता करेगी। जरूरत महसूस होने पर कोई भी महिला 112 पर फोन कर पुलिस सहायता ले सकती हैं।