विदेशों का प्याज नही खरीदना चाहती राज्य सरकारें- रामविलास पासवान

प्याज इस वख्त किसी सोने चांदी से कम नही है,महंगे प्याज की वजह से होटलों में प्याज की जगह मूली दी जा रही है । घरों में भी लोग कम से कम ही प्याज का इस्तिमाल कर रहे हैं । केंद्र सरकार विदेशों से प्याज ले रही है । लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि विदेशों से जो प्याज आ रहा है उसे राज्य सरकारें खरीदने को इच्छुक नही है । उन्होंने कहा कि अब तक दस हजार टन प्याज का आयात किया गया है। पहली खेप 15 दिसंबर को टर्की से पहुंची है लेकिन, अब इसे खरीदने में कोई राज्य रुचि नहीं दिखा रहा है । 10 दिसंबर 2019 को लोकसभा में बताया कि वर्ष 2019 में खाने-पीने की 22 जरूरी चीजों में से 20 के दाम बढ़ गये।

उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान का कहना है कि मांग और आपूर्ति में अंतर के चलते खाने-पीने की चीजें महंगी हुई हैं । ये मंत्रालय देश में उपभोक्ता मामलों के साथ-साथ मांग और आपूर्ति पर निगरानी रखता है । केंद्रीय मंत्री पासवान ने यह भी कहा था कि देश के कई हिस्सों में खराब मौसम के कारण भी दाम बढ़े हैं । वर्ष 2019 में देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई बे-मौसम बारिश के कारण भारी मात्रा में फसलें बर्बाद हुईं जिसका वर्ष 2020 में भी देखने को मिलेगा । मतलब इस साल खाने-पीने की चीजें और महंगी हो सकती हैं ।

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