गोरखपुर- भगवान राम के जन्मस्थान को लेकर आधारहीन बयान देने वाले नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ वहां विरोध मुखर होता जा रहा है। Nepal के जनकपुर में हिंदू संगठनों के लोगों ने सड़क पर उतरकर ओली के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया।
विवादित बयान देने वाले ओली से माफी मांगने की मांग
संगठन की ओर से यहां आयोजित जनसभा में ओली की गलत बयानबाजी की निंदा की गई। नेपाल विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष विजेता झाले व हिंदू युवा परिषद के संयोजक सत्यम मुरारी की अगुवाई में बड़ी संख्या में लोग जनकपुर के रामानंद चौक पर जुटे। इसके बाद प्रधानमंत्री के विरोध में रैली निकाली। रैली में शामिल लोग जानकी मंदिर, जनक चौक, शिव चौक होते हुए रेलवे स्टेशन चौक पहुंचे। जनसभा में वक्ताओं ने कहा कि PM Oli ने भगवान राम के जन्मस्थान के बारे में गलत बयान देकर भारत-नेपाल के सदियों पुराने सांस्कृतिक व धार्मिक रिश्तों में दरार डालने की कोशिश की है। उन्होंने हिन्दू आस्था व मान्यताओं को ठेस पहुंचाई है। प्रधानमंत्री ओली को हिन्दू समाज से माफी मांगनी चाहिए।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के बयान को लेकर भारत में भी लोगों में आक्रोश है। गोरखपुर में अपना समाज पार्टी (असपा) ने बरगदवा में पुतला जलाया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र सिंह ने कहा कि ओली का बयान निंदनीय है। उन्हें भारत की जनता से माफी मांगी चाहिए। इस दौरान जिला सचिव परमात्मा सिंह, ओमप्रकाश सिंह, शिवम पांडेय, मंजीत सिंह, डीके श्रीवास्तव, सदानंद शर्मा, मुनीश पांडेय, मनोरंजन सिंह, यशवंत सिंह, मुकुल यादव, दुर्गेश यादव, कृष्णलाल शर्मा आदि मौजूद रहे।
पगडंडी के रास्ते भारत से Nepal जाने की फिराक में गिरफ्तार रोमानियाई नागरिक यनाट ड्रैगस मटियनू व उसे मदद पहुंचाने वाले 3 दलालों को जेल भेज दिया गया। उनके खिलाफ सोनौली थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है। मुकदमा एसएसबी 66वीं वाहिनी के सहायक कमांडेंट मनमीत की तहरीर पर दर्ज हुआ है। रविवार को चारों कोर्ट में पेश किया गया, वहां से जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने शनिवार को हिरासत में लिए गए रोमानियाई नागरिक का नाम ओनुट ड्राघोस बताया था। पुलिस के अनुसार खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में पता चला कि रोमानियाई नागरिक चार नवंबर 2019 को हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए दिल्ली आया था। वहीं एक दलाल से उसका संपर्क हुआ। दलाल से उसने 1.60 लाख रुपये में नेपाल के रास्ते रोमानिया जाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करा लिया। 4 दिन पहले वह दिल्ली से नौतनवा पहुंचा। इसमें गोरखपुर के चिलुआताल थानाक्षेत्र के झुगिया निवासी राजन मद्धेशिया, सोनौली कस्बा वार्ड नंबर 14 निवासी अब्दुल सलाम व खैराटी (नौतनवां) निवासी प्रेमचंद्र गुप्ता ने उसकी मदद की। Corona के कारण सोनौली सीमा सील होने से पगडंडी के रास्ते नेपाल ले जाने का प्रयास कर रहे तो शनिवार को सोनौली थाना क्षेत्र के तिलहवा के पास पकड़ लिए गए।
रोमानियाई नागरिक को Nepal भेजने वाले तीनों दलालों के तार मास्टर माइंड बबलू सिद्दीकी से जुड़े हैं। वह इस समय Nepal की जेल में बंद है। बबलू सिद्दीकी दो साल पहले नेपाल के एक कैसिनो में उज्बेकिस्तान की महिला के साथ पकड़ा गया था।