आए दिन देश के किसी न किसी कोने से बेटियों के खिलाफ अत्याचार की खबरें आती रहती हैं, लेकिन कहीं कोई ठोस कदम या ठोस कार्रवाई नहीं होती। अब तो घर से बाहर निकलने में भी डर लगने लगा है। समाज में ही नहीं पूरे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं रह गई हैं। महिलाओं और लड़कियों से यह अपील है कि उनके साथ कुछ भी गलत होने पर उसे बताएं और वो उनके लिए भी प्रदर्शन करेगी।
हैदराबाद में डॉक्टर के निर्मम रेप और हत्याकांड के आरोपियों के परिवारों ने साफ कहा है कि उनके बेटों को अगर मौत की सजा दी जाती है तो वे विरोध नहीं करेंगे। एक आरोपी की मां ने यह भी कहा है कि जैसा पीड़िता के साथ किया गया, वैसे ही आरोपियों को जला देना चाहिए। हैदराबाद के इस कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पीड़िता डॉक्टर के हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग उठ रही है।
हैदराबाद में युवा महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या और शव को जलाने की घटना ने पूरे देश को हिलाकर कर रख दिया है। इस घटना ने सात साल पहले दिल्ली की निर्भया के साथ दरिंदों की बर्बरता के जख्मों को हरा कर दिया है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ गुस्सा नजर आ रहा है।
मामले में चार में से एक आरोपी सी केशवुलु नारायणपेट जिले के मकठल मंडल के गुडीगांडला गांव का निवासी है। उसकी मां श्यामला ने कहा है, ‘उसे फांसी दे दीजिए या जला दीजिए, जैसे उन लोगों ने डॉक्टर के साथ किया उसका रेप करने के बाद।’ उन्होंने कहा है कि वह डॉक्टर के परिवार का दर्द समझती हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरी भी एक बेटी है और मुझे पता है कि महिला का परिवार दर्द से गुजर रहा है। अगर ये पता होने के बावजूद कि मेरे बेटे ने जघन्य अपराध किया है, में उसका बचाव करूं तो लोग मुझसे सारी जिंदगी नफरत करेंगे।’
श्यामला ने बताया कि गुरुवार सुबह जब पुलिस उनके बेटे को पूछताछ के लिए लेकर गई तो उनके पति ने हताश होकर घर छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि केशवुलु की शादी पांच महीने पहले हुई थी। उन्होंने बताया, ‘हमने उसकी पसंद की लड़की से उसकी शादी कराई। घर पर कभी कोई दबाव नहीं डाला क्योंकि उसे किडनी की बीमारी थी। हम उसे हर 6 महीने पर इलाज के लिए हैदाराबाद के निम्स अस्पताल ले जाते थे।’
“मेरी भी एक बेटी है, मुझे पता है महिला के परिवार का दर्द। अगर मैंने बेटे का बचाव किया तो लोग मुझसे सारी जिंदगी नफरत करेंगे।”
जोलू शिवा और जोलू नवीन भी गुडगांडला के रहने वाले हैं। मोहम्मद आरिफ पास के जकलैर गांव का है। आरिफ की मां मूले बी से जब पत्रकारों ने बात की तो वह टूट गई थीं। आरिफ कुकृत्य को अंजाम देने के बाद घर आया था। मूले बी ने बताया, ‘उसने मुझे बताया कि उसकी गाड़ी से ऐक्सिडेंट में एक लड़की की मौत हो गई।’ उसके पिता हुसैन ने कहा कि उन्हें उसके अपराध के बारे में कुछ नहीं पता था। उन्होंने कहा, ‘वह जिस सजा के लायक उसे वह मिलनी चाहिए।’ मूले बी ने बताया कि बाकी तीनों आरोपी अक्सर उनके घर आते थे।
शिवा और नवीन के परिवारों को भी घटना के बाद झटका लगा है और वे कानून के अनुसार सजा की मांग कर रहे हैं। गुडीगांडला और जकलैर में लोगों में गुस्सा है और उनका कहना है कि अपराध से उनके गांव शर्मसार हैं। स्थानीय लोगों और स्टूडेंट्स ने दोनों गांवों में रैलियां की। जकलैर में रैली के दौरान छात्राओं ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।