पिछले कुछ दिनों से लोगों के बीच यह अफवाह फैल रही है कि 14 अक्टूबर के बाद Windows 10 पर चलने वाले लैपटॉप काम करना बंद कर देंगे. अगर आपने भी ऐसा सुना है तो बता दें कि यह पूरी तरह अफवाह है और ऐसा कुछ नहीं होने वाला. हां, 14 अक्टूबर के बाद विंडोज 10 को माइक्रोसॉफ्ट का सपोर्ट नहीं मिलेगा, लेकिन इससे आपके लैपटॉप की फंक्शनिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा और यह पहले की तरह काम करता रहेगा.
क्यों हो रही हैं ऐसी बातें?
दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट ने 14 अक्टूबर से विंडोज 10 के लिए सपोर्ट बंद करने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में अगर 14 अक्टूबर के बाद विंडोज 10 पर चलने वाले सिस्टम में कोई सुरक्षा खामी या बग आता है तो कंपनी की तरफ से इसे ठीक करने के लिए सिक्योरिटी पैच रिलीज नहीं किया जाएगा. इससे यूजर्स की सुरक्षा कमजोर हो जाएगी और साइबर अटैक का खतरा बढ़ जाएगा. इस खबर के सामने आने के बाद कई लोगों को लगने लगा था कि 14 अक्टूबर के बाद विंडोज 10 वाले लैपटॉप और सिस्टम काम करना बंद कर देंगे.
पहले की तरह काम करते रहेंगे सिस्टम
बता दें कि 14 अक्टूबर के बाद भी विंडोज 10 वाले सिस्टम पहले की तरह काम करते रहेंगे. बस फर्क इतना होगा कि माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से इन सिस्टम के लिए कोई अपडेट नहीं आएगी. गौरतलब है कि करीब एक दशक बाद माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 10 को बंद कर रही है और उसने यूजर्स से विंडोज 11 पर शिफ्ट होने की अपील की है.
विंडोज 10 यूजर्स के पास अब क्या रास्ता?
विंडोज 10 का सपोर्ट खत्म होने के बाद माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर एंटीवायरस से सिस्टम को प्रोटेक्ट किया जा सकता है. इस एंटीवायरस को अक्टूबर, 2028 तक सिक्योरिटी अपडेट मिलती रहेगी. इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट ने एक्सटेंडेड सिक्योरिटी अपडेट्स (ESU) प्रोग्राम का भी ऐलान किया है. 15 अक्टूबर से यूजर्स इसे सब्सक्राइब कर सकेंगे. इसके जरिए यूजर्स फ्री विंडोज बैकअप ले पाएंगे या 30 डॉलर (लगभग 2,650 रुपये) देकर एक साल की कवरेज पा सकते हैं. इससे उन्हें अगले साल अक्टूबर तक प्रोटेक्शन मिल जाएगी. बिजनसेस के लिए ESU प्रोग्राम की कीमत 61 डॉलर (लगभग 5400 रुपये) है.