आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल के आवास के सामने धरना दिया। संजय सिंह ने बिजली सब्सिडी और मुफ्त पानी मुहैया कराने की दिल्ली सरकार की योजना पर विजय गोयल से अपना रुख स्पष्ट करने की मांग को लेकर धरना दिया। गोयल ने दिल्ली में मुफ्त पानी देने का दावा कर रही केजरीवाल सरकार से जनता द्वारा किए गए पानी के बिल के भुगतान को वापस करने की मांग की थी। इस मामले में संजय सिंह ने सस्ती बिजली और मुफ्त पानी देने की केजरीवाल सरकार की योजना के बारे में बीजेपी के राज्यसभा सदस्य गोयल और बीजेपी से अपनी राय स्पष्ट करने की मांग की थी।
संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने पहले गोयल को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर उनका रुख जनता के समक्ष स्पष्ट करने की मांग की थी। पत्र का जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने गोयल से फोन और एसएमएस के जरिये बात करने की कोशिश करते हुए मिलने का समय मांगा था। जवाब नहीं मिलने पर उन्हें गोयल के आवास के सामने धरना देना पड़ा। इस दौरान सिंह ने ट्विटर के माध्यम से गोयल से कहा, ‘भाई साहब, मैं तो अपनी चिट्ठी का जवाब मांगने आया हूं। आपलोगों की दोहरी राजनीति को उजागर करने आए हैं, आपके घर के बाहर बैठें हैं। बिजली पानी माफ़ी और सीएम के चेहरे पर अपना जवाब दीजिये।’
जवाब में गोयल ने भी ट्वीट कर कहा, ‘मैं बीजेपी प्रदेश कार्यालय में बैठक में हूं। मेरे घरवाले बता रहें है कि केजरीवाल सरकार के संजय सिंह यहां नारेबाजी व प्रदर्शन कर रहे हैं। अरे, प्रदर्शन ही करना था तो बता देते, उसके लिए समय लेने का नाटक करने की क्या जरूरत थी?’
गोयल ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि, ‘बहुत दुख हुआ ये देखकर कि जो संजय सिंह जी समय लेकर खुद मिलने की बात कर रहे थे वह दिल्ली में उनकी सरकार होने के बावजूद धोखे से सैंकड़ो लोग लेकर मेरे घर आ गए। क्या वह झगड़ा करने के लिए आये हैं? केजरीवाल खुद क्यों नही आते? कभी दलीप पांडेय और कभी संजय सिंह को भेज रहे हैं।’
संजय सिंह ने जवाबी ट्वीट में कहा, ‘भाई विजय गोयल जी, 30 अगस्त को आपको पत्र लिखा, जवाब नहीं, फ़ोन किया जवाब नही, मैसेज किया, जवाब नहीं। आज 11 बजे मिलने की सूचना दी, दो घंटे इंतज़ार कराकर भी आप मिले नहीं और घूम-घूमकर बिजली पानी बिल माफ़ी का विरोध कर रहे हैं। इसलिये नौटंकी कौन कर रहा है सब देख रहे हैं? उन्होंने कहा कि अब तो पूरी तरह साफ़ हो गया की आप लोग (भाजपा) बिजली, पानी का बिल माफ़ करने के ख़िलाफ़ हैं और आपके पास अरविंद केजरीवाल जी को टक्कर देने के लिये कोई चेहरा नहीं है।
